नारायणपुर। नक्सल प्रभावित क्षेत्र नारायणपुर में आज सुबह एक बड़ी घटना घटित हुई है। आईटीबीपी (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस) की 53वीं वाहिनी के जवान सर्च ऑपरेशन के दौरान नक्सलियों द्वारा प्लांट किए गए आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) की चपेट में आ गए। इस विस्फोट में आईटीबीपी के दो जवान घायल हो गए हैं।
बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने घटना की पुष्टि की है। मिली जानकारी के अनुसार, यह घटना जिला नारायणपुर के कोहकामेटा थाना क्षेत्र के कुतूल और मोहंदी के मध्य जंगलों में हुई। आईटीबीपी की टीम एरिया डॉमिनेशन के लिए सर्चिंग पर निकली थी। सुबह लगभग 6:30 बजे ग्राम कुतुल के पास माओवादियों द्वारा पूर्व से लगाए गए आईईडी में विस्फोट हो गया। विस्फोट के परिणामस्वरूप दो जवान स्फ्लिंटर लगने से घायल हो गए।
सौभाग्यवश, घायल जवानों की स्थिति सामान्य है और वे खतरे से बाहर हैं। दोनों जवानों को प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध करवाई गई और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
इस घटना के बाद क्षेत्र में सुरक्षा बलों द्वारा सर्चिंग अभियान को और भी तेज कर दिया गया है। सुरक्षा बल यह सुनिश्चित करने में लगे हैं कि क्षेत्र में और कोई आईईडी न हो और माओवादी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जा सके।
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में इस प्रकार की घटनाएं सुरक्षा बलों के सामने बड़ी चुनौती बनती जा रही हैं। इन क्षेत्रों में आईईडी विस्फोटक सामग्री का उपयोग नक्सली संगठन अक्सर करते हैं, जिससे सुरक्षा बलों के ऑपरेशनों में बाधा उत्पन्न होती है।
प्रशासन ने इस घटना के बाद सुरक्षा बलों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं और आम जनता से भी अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। इस घटना ने एक बार फिर से सुरक्षा बलों की चुनौतियों और उनके साहस को सामने ला दिया है, जो देश की सुरक्षा में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।