बस्तर में उल्टी-दस्त से 5 लोगों की मौत: स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप, स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन

Harsh Dongre
Harsh Dongre - Editor Kanker
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बस्तर: छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के दरभा ब्लॉक स्थित कोयनार ग्राम पंचायत में हाल ही में उल्टी-दस्त से हुई 5 मौतों ने स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा दिया है। ताज़ा जानकारी के अनुसार, दो और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या अब 5 हो गई है। हालाँकि, इन मौतों के सही कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाए हैं।

मौतों की सच्चाई पर सवाल

पहले हुई मौतों के बाद जिला प्रशासन ने डायरिया से मौतों की बात को खारिज कर दिया था। लेकिन अब जब मृतकों की संख्या बढ़ गई है, तो उल्टी-दस्त के संक्रमण की आशंका जताई जा रही है। ग्रामीणों के बीच स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने तुरंत गांव में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया है। यहां ग्रामीणों की जांच और इलाज किया जा रहा है, ताकि इस गंभीर समस्या का समाधान किया जा सके।

स्वास्थ्य शिविर का पुनर्गठन

इससे पहले, एक छात्र और एक ग्रामीण की मौत के बाद भी स्वास्थ्य शिविर लगाया गया था। लेकिन अब, बढ़ते मामलों को देखते हुए शिविर को फिर से सक्रिय किया गया है। यह स्थिति स्वास्थ्य सेवाओं की प्रभावशीलता पर सवाल उठाती है, क्योंकि पहले ही मौकों पर उचित कदम उठाने की आवश्यकता थी।

स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों की समीक्षा

स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बावजूद, मामले बढ़ने से यह स्पष्ट हो रहा है कि और ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। खासकर, इन मौतों के पीछे की वास्तविक बीमारी का पता लगाना अत्यंत जरूरी है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके और स्थिति को नियंत्रण में लाया जा सके।

कलेक्टर का आश्वासन और जांच की प्रक्रिया

बस्तर कलेक्टर हरीश एस ने मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया है। कलेक्टर का कहना है कि जांच के माध्यम से मौतों के वास्तविक कारणों का पता लगाया जाएगा और समस्या का समाधान किया जाएगा। इससे ग्रामीणों में आशा की किरण जगी है कि प्रशासन उनकी सुरक्षा के लिए गंभीर है।

समुदाय में चिंता का माहौल

इस घटना ने ग्राम पंचायत के ग्रामीणों में चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। कई ग्रामीण डायरिया और उल्टी-दस्त के लक्षणों से परेशान हैं, और उनकी चिंताएं बढ़ती जा रही हैं। स्वास्थ्य शिविर में डॉक्टरों की टीम द्वारा की जा रही जांचें और उपचार इस संकट के समय में लोगों के लिए महत्वपूर्ण हैं।

निष्कर्ष

बस्तर जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की गंभीर स्थिति को देखते हुए यह आवश्यक है कि प्रशासन इस दिशा में ठोस कदम उठाए। स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन एक सकारात्मक कदम है, लेकिन स्थिति की गंभीरता को देखते हुए और भी व्यापक उपायों की आवश्यकता है। इससे न केवल मौजूदा समस्याओं का समाधान होगा, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने में भी मदद मिलेगी। ग्रामीणों की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार और स्वास्थ्य विभाग की प्राथमिकता होनी चाहिए।

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