प्रदेश में अपराधी बेखौफ होकर घूम रहे हैं, कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई – पवन कांगे
बस्तर के बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की निर्मम हत्या ने प्रदेश में कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस घटना की युवा कांग्रेस नेता पवन कांगे ने कड़ी निंदा करते हुए दोषियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी और कठोर सजा की मांग की है। उन्होंने कहा कि अब पत्रकार भी सुरक्षित नहीं हैं। जो सरकार सुशासन की बातें करती है, उसकी नाकामी अब जगजाहिर हो चुकी है।
पवन कांगे ने कहा कि राजधानी रायपुर से शुरू हुआ हत्याओं का खौफनाक सिलसिला अब बस्तर तक पहुंच चुका है। कांग्रेस शासनकाल में जहां पत्रकारों की सुरक्षा के लिए पत्रकार सुरक्षा कानून लाया गया था, वहीं भाजपा सरकार में पत्रकारों का जीवन खतरे में है। उन्होंने कहा कि पत्रकार मुकेश चंद्राकर लगातार भ्रष्टाचार के मामलों को उजागर कर रहे थे। उन्होंने बस्तर में 120 करोड़ रुपये की सड़क निर्माण परियोजना में हो रही कथित अनियमितताओं को बेनकाब किया, जिसकी कीमत उन्हें अपनी जान देकर चुकानी पड़ी।
प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमराई: पवन कांगे
पवन कांगे ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है। राजधानी रायपुर से सटे धनेली गांव में दो दिन के भीतर मां और बेटी की निर्मम हत्या कर दी जाती है। मुख्यमंत्री की बस्तर यात्रा के दौरान जगदलपुर में एक चिकित्सक की पत्नी की हत्या हो जाती है। वहीं डिप्टी रेंजर को कुल्हाड़ी से दौड़ाया जाता है, और शिक्षकों के साथ शराब के नशे में मारपीट की घटनाएं सामने आती हैं।
उन्होंने आंकड़े प्रस्तुत करते हुए कहा कि 48 घंटों के भीतर राजधानी में पांच हत्याएं हुई हैं। प्रदेश में हत्या, बलात्कार, लूट और चाकूबाजी जैसी घटनाएं आम हो गई हैं। अपराधी सरेआम सड़कों पर लोगों को दौड़ा-दौड़ाकर चाकू मारते हैं और पुलिस मूकदर्शक बनी रहती है।
महिलाओं और बच्चों पर बढ़ते अपराध
युवा कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा शासनकाल में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। हर दिन तीन से चार मासूम बच्चों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं सामने आती हैं। महिलाएं घर से बाहर निकलने में डर महसूस करती हैं क्योंकि उनकी सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है।
अक्षम साबित हो रही भाजपा सरकार
पवन कांगे ने कहा कि भाजपा सरकार अपराधों को रोकने में पूरी तरह से अक्षम साबित हो रही है। सरकार में बैठे लोग सत्ता के नशे में चूर हैं और आम जनता की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता में नहीं है। प्रदेश में हर दिन औसतन तीन हत्याएं हो रही हैं और अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।
उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि जनता इस नाकाम भाजपा सरकार को जवाब दे। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि पत्रकार मुकेश चंद्राकर के हत्यारों को शीघ्र गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।
प्रदेश में व्याप्त भय और असुरक्षा के माहौल को समाप्त करने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि आम नागरिक, महिलाएं और पत्रकार सुरक्षित महसूस कर सकें।