नई दिल्ली : कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के हाल ही में अमेरिका में दिए गए बयानों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तीखा हमला बोला है। गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी के आरक्षण से संबंधित बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। राहुल गांधी ने अपने तीन दिवसीय अमेरिका दौरे के दौरान आरक्षण के मुद्दे पर बयान दिया था, जिससे भाजपा की ओर से तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है।
अमित शाह का कड़ा बयान
गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म *X* पर एक पोस्ट में राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा, “राहुल गांधी ने देश से आरक्षण को समाप्त करने की बात कहकर कांग्रेस का आरक्षण विरोधी चेहरा एक बार फिर उजागर किया है। जब तक भाजपा है, आरक्षण को कोई छू भी नहीं सकता और देश की एकता के साथ कोई खिलवाड़ नहीं कर सकता।” शाह ने राहुल गांधी के बयान को देश विरोधी बताते हुए कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी का यह पुराना रवैया है कि वे देशविरोधी ताकतों का समर्थन करते हैं और इस बार भी ऐसा ही हुआ है।
राहुल गांधी पर आरोप
अमित शाह ने अपने बयान में आगे कहा कि राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस (JKNC) के देशविरोधी और आरक्षण विरोधी एजेंडे का समर्थन किया है। साथ ही उन्होंने राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि वे विदेशी मंचों पर हमेशा भारत विरोधी बातें करते हैं, जिससे देश की सुरक्षा और अखंडता को आहत किया जाता है।
शाह ने कहा, “राहुल गांधी की विभाजनकारी सोच यह बताती है कि वे भाषा, क्षेत्र और धर्म के आधार पर भेदभाव लाना चाहते हैं। राहुल गांधी ने आरक्षण समाप्त करने की बात कहकर कांग्रेस की असली मंशा को उजागर किया है।”
राहुल गांधी का आरक्षण पर बयान
दरअसल, 10 सितंबर 2024 को अमेरिका की जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में छात्रों से बातचीत के दौरान राहुल गांधी से आरक्षण से जुड़े एक सवाल पर पूछा गया था कि “भारत में आरक्षण कब समाप्त होगा?” इसके जवाब में राहुल गांधी ने कहा था कि कांग्रेस आरक्षण समाप्त करने के बारे में तब सोचेगी जब सही समय आएगा, लेकिन फिलहाल ऐसा नहीं है।
राहुल ने यह भी कहा कि आदिवासी, दलित और ओबीसी समुदायों को देश के संसाधनों का समान हिस्सा नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा, “जब आप वित्तीय आंकड़ों को देखते हैं, तो आदिवासियों को 100 रुपये में से 10 पैसे, दलितों को 5 रुपये, और ओबीसी को भी करीब इतनी ही रकम मिलती है। असलियत यह है कि इन समुदायों को भागीदारी नहीं मिल रही है।”
भाजपा की प्रतिक्रिया
राहुल गांधी के इस बयान को लेकर भाजपा का मानना है कि कांग्रेस का यह चेहरा हमेशा से आरक्षण के खिलाफ रहा है और राहुल गांधी का यह बयान कांग्रेस की आरक्षण विरोधी नीति को फिर से उजागर करता है। अमित शाह ने भाजपा के स्पष्ट रुख को दोहराते हुए कहा कि भाजपा के रहते आरक्षण को कोई समाप्त नहीं कर सकता और देश की एकता पर कोई आंच नहीं आने दी जाएगी।
राहुल गांधी के इस बयान के बाद से राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी चुनावी समीकरणों पर इसका क्या असर पड़ता है। वहीं, भाजपा इस बयान को आगामी चुनावों में कांग्रेस के खिलाफ एक बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी में है।
निष्कर्ष
राहुल गांधी के आरक्षण पर दिए बयान ने देश में एक नई बहस को जन्म दे दिया है। भाजपा ने इसे कांग्रेस की आरक्षण विरोधी सोच का प्रमाण बताया है, जबकि राहुल गांधी ने इसे समाज के पिछड़े वर्गों को उनका हक दिलाने की लड़ाई बताया है। अब यह देखना बाकी है कि यह बहस राजनीतिक मोर्चे पर किस तरह आकार लेती है।