कवर्धा। गुरु घासीदास बाबा हम सब के प्रेरणा स्त्रोत थे जिन्होंने हमे सत के मार्ग पर चलने का उद्देश दिया। उन्होंने हमें एक मार्ग दिया जिस पर हम चल कर सत की खोज कर उसे प्राप्त कर सकते हैं। बाबा जयंती छत्तीसगढ़ के साथ साथ भारत के बहुत से हिस्सो मे धूमधाम से मनाया जाता है। छत्तीसगढ़ के गिरौधपुरी धाम में सबसे भव्य आयोजन किया जाता है। जहां देश विदेश से दर्शक बाबा का आशीर्वाद लेने पहुंचते हैं।
कवर्धा में हुआ भव्य शोभायात्रा का आयोजन
गुरु घासीदास बाबा की जन्मजयंती पर प्रति वर्ष के भांति इस वर्ष भी कवर्धा नगर में भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया। शोभायात्रा में गुरुद्वारा के गुरु, भव्य अखाड़ा, डीजे, धूमल के साथ साथ बड़ी संख्या में माता बहने भी रही उपस्थित।
इस वर्ष कवर्धा में तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जिसमे आस पास के गांवों से भी बड़ी संख्या में बाबा के भक्त उपस्थित हुए। शोभायात्रा में ग्राम खानापारा अखाड़ा समिति के युवाओं ने जबरदस्त करतब दिखाए। जिसमें आग के खेल, तलवार बाजी, लाठी, चकरी अन्य करतब भी दिखाए।
छत्तीसगढ़ का बहुत खास पर्व है बाबा जयंती
बता दें की पूरे छत्तीसगढ़ में कवर्धा का जयंती बहुत मशहूर है जिसे लोग बाहर की जिलों से भी देखने आते हैं। बाबा जयंती सतनामी समाज का सबसे बड़े उत्सव के रूप में मनाया जाता है। समाज के लोग दिसम्बर माह के शुरुआत से ही घर की साफ सफाई और साज सजावट शुरू कर देते हैं। दिसंबर के पूरे माह में हर गांव में पंथी नृत्य किया जाता है। युवा गांव गांव घूम के पंथी के धुन में नाचते हैं। और बाबा के सत वचन को लोगों तक पहुंचते हैं।