कबीरधाम: शिक्षक दिवस के अवसर पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) के कार्यकर्ताओं ने जिले में शिक्षकों का सम्मान समारोह आयोजित किया। इस कार्यक्रम का आयोजन 5 सितंबर को भारत के महान शिक्षाविद, स्वतंत्र भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति और द्वितीय राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के उपलक्ष्य में किया गया। डॉ. राधाकृष्णन ने भारतीय संस्कृति और शिक्षा को दुनिया भर में प्रचारित करने में अहम योगदान दिया था।
अभाविप की नीति हमेशा से शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार और सुधार की रही है। संगठन का मानना है कि शिक्षक और विद्यार्थी के बीच स्नेहपूर्ण वातावरण से ही भारतीय शिक्षा प्रणाली में सुधार लाया जा सकता है और इसी के माध्यम से भारत के उज्ज्वल भविष्य को सुनिश्चित किया जा सकता है।
अभाविप के प्रदेश सहमंत्री और जिला संयोजक तुषार चंद्रवंशी ने कहा कि गुरु के दिखाए मार्ग पर चलकर न केवल ज्ञान की प्राप्ति होती है, बल्कि लक्ष्य भी हासिल किया जा सकता है। उन्होंने कहा, “प्रत्येक सफल व्यक्ति के पीछे किसी न किसी गुरु का महत्वपूर्ण योगदान होता है। विद्यार्थी परिषद का हर कार्यकर्ता अपने गुरुजनों का सम्मान करते हुए संगठन के कार्यों में समर्पण भाव से जुटा रहता है।
सम्मान समारोह में प्रदेश सहमंत्री तुषार चंद्रवंशी के साथ प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य तुलसी यादव, नगर मंत्री खेमलाल साहू, गजाधर वर्मा, गोपाल सिंह, शिवा साहू, गोपाल मानस, गुरू नारायण, बिरेंद्र, कालेश्वर, महेंद्र, हर्ष, हिरेन्द्र, राधा और रमा सहित अन्य प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम के दौरान शिक्षकों को सम्मानित करते हुए उनकी शिक्षा के क्षेत्र में योगदान की सराहना की गई। समारोह का समापन राष्ट्र निर्माण और शिक्षा के महत्व पर विचार-विमर्श के साथ हुआ।