जगदलपुर। प्रदेश में धान खरीदी का महत्त्वपूर्ण कार्य 14 नवंबर से शुरू होने वाला है, लेकिन इससे ठीक पहले जिले में एक बड़ा हादसा हो गया है। शहर से सटे अड़ावाल इलाके में स्थित बारदाने के गोदाम में सोमवार देर रात अचानक भीषण आग लग गई, जिससे गोदाम में रखा हुआ सारा बारदाना जलकर खाक हो गया। इस घटना से आने वाले धान खरीदी अभियान पर असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है, क्योंकि बारदाने का उपयोग धान की खरीदी और भंडारण में किया जाता है।
घटना की सूचना मिलते ही बोधघाट थाना क्षेत्र की पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। आग पर काबू पाने के लिए दमकल कर्मियों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा, लेकिन कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर नियंत्रण पा लिया गया। हालाँकि, तब तक गोदाम में रखा अधिकतर बारदाना जल चुका था।
आग का संभावित कारण पटाखों का जलना
प्रारंभिक जाँच में आग लगने का कारण गोदाम के पास पटाखों का जलाना बताया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, दीपावली के बाद पटाखों के जलने की घटनाएं आमतौर पर सामने आती हैं, जो कई बार दुर्घटनाओं का कारण बनती हैं। इस घटना में भी पटाखों के कारण बारदाने के गोदाम में आग लगने की आशंका है, जिसे देखते हुए पुलिस ने मामले की गहन जाँच शुरू कर दी है।
आगजनी से धान खरीदी कार्य प्रभावित होने की संभावना
जिले में धान खरीदी के लिए बारदाने का इंतजाम करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य होता है। हर वर्ष लाखों क्विंटल धान की खरीदी के लिए बारदाने का पर्याप्त भंडारण करना आवश्यक होता है। ऐसे में इस घटना के बाद आने वाले समय में किसानों और अधिकारियों के लिए कठिनाई बढ़ सकती है। प्रशासन ने स्थिति को देखते हुए वैकल्पिक व्यवस्थाओं की तैयारी शुरू कर दी है, ताकि धान खरीदी कार्य प्रभावित न हो।
प्रशासन ने की आगजनी की गहन जाँच की अपील
घटना के बाद जिला प्रशासन ने घटना की गंभीरता को देखते हुए उच्च स्तरीय जाँच के निर्देश दिए हैं। वहीं, पुलिस ने भी मामले की जाँच शुरू कर दी है और घटना के जिम्मेदार लोगों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सावधानी बरतें और गोदामों के पास पटाखे न जलाएं ताकि भविष्य में इस प्रकार की दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
इस घटना ने एक बार फिर सुरक्षा मानकों की ओर ध्यान खींचा है, विशेषकर तब, जब प्रदेश में धान खरीदी का महत्त्वपूर्ण अभियान शुरू होने जा रहा है।