बिलासपुर। भारत स्काउट्स एवं गाइड्स छत्तीसगढ़ द्वारा पर्यावरण एवं जल संरक्षण के संदेश को जन-जन तक पहुँचाने के लिए आयोजित “पर्यावरण एवं जल संरक्षण संदेश साइकिल यात्रा” का समापन 1 मई 2025 को बिलासपुर में हुआ। इस अवसर पर समापन समारोह के मुख्य अतिथि बिलासपुर कलेक्टर संजय अग्रवाल ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि यह यात्रा न केवल एक अभियान है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक जागरूकता का संदेश भी है।
उन्होंने कहा, “आज से 30 वर्ष पहले तक जल 20 फीट की गहराई पर मिल जाता था और गर्मी का प्रकोप भी कम था, लेकिन बढ़ते प्रदूषण और घटते जलस्तर को देखते हुए यदि अब भी हम सचेत नहीं हुए तो भविष्य में गंभीर संकट का सामना करना पड़ेगा।”
समारोह की अध्यक्षता कर रहे राज्य मुख्य आयुक्त डॉ. सोमनाथ यादव ने बताया कि यह यात्रा प्रदेश के 30 जिलों में एक साथ आयोजित की गई है। उन्होंने कहा कि हीरक जयंती वर्ष के अवसर पर भारत स्काउट्स एवं गाइड्स छत्तीसगढ़ वर्ष भर पर्यावरण एवं जल संरक्षण को लेकर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करेगा।
बिलासपुर जिला संघ के तत्वावधान में आयोजित इस साइकिल यात्रा की शुरुआत गांधी चौक से हुई जो नेहरू चौक होते हुए राजेंद्र नगर स्कूल तक पहुँची। यात्रा का नेतृत्व स्वयं राज्य मुख्य आयुक्त डॉ. सोमनाथ यादव ने किया। स्काउट्स, गाइड्स, रोवर्स, रेंजर्स एवं स्थानीय नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लेकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
समापन समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में जिला मुख्य आयुक्त चंद्र प्रकाश बाजपेयी और जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. अनिल कुमार तिवारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन राज्य संगठन आयुक्त (स्काउट) विजय कुमार यादव ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अनिल कुमार तिवारी द्वारा प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर प्राचार्य श्री मोहन पटेल, जिला सचिव सुश्री लता यादव, जिला संगठन आयुक्त (स्काउट) महेन्द्र बाबू टंडन, जिला प्रशिक्षण आयुक्त (स्काउट) संतोष त्रिपाठी, जिला सह सचिव शत्रुघ्न सूर्यवंशी सहित अनेक स्काउटर-गाइडर एवं गणमान्यजन उपस्थित रहे।
रोवर्स में चंद्रशेखर पंकज, प्रिंस मेरसा, तुषार विश्वकर्मा, देवेंद्र देवांगन एवं कुलभूषण कुर्रे जबकि रेंजर्स में सुष्मिता पात्रे, पूनम पटेल एवं योगिता साहू की सक्रिय भागीदारी रही।
यह साइकिल यात्रा केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि समाज को पर्यावरण संरक्षण और जल बचाने की दिशा में प्रेरित करने वाली एक महत्वपूर्ण पहल थी।