राजस्थान के दौसा जिले के बांदीकुई कस्बे में एक दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। पंडितपुरा गांव के रहने वाले दसवीं कक्षा के छात्र यतेंद्र उपाध्याय की स्कूल में अचानक गिरकर मौत हो गई। यह दुखद घटना स्कूल परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। यतेंद्र ज्योतिबा फुले राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में पढ़ता था।
यतेंद्र अपने स्कूल बैग को पीठ पर टांगे हुए सामान्य दिन की तरह स्कूल पहुंचा था। जब वह क्लासरूम में जाने वाला था, तभी अचानक गैलरी में चलते-चलते गिर पड़ा और बेहोश हो गया। इस घटना से स्कूल में हड़कंप मच गया। तत्काल स्कूल के स्टाफ ने उसे बांदीकुई अस्पताल पहुंचाया, लेकिन दुर्भाग्यवश अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो चुकी थी। डॉक्टरों ने यतेंद्र को सीपीआर देने की कोशिश की, लेकिन वह नाकाम रहे।
यतेंद्र की अचानक मौत के बाद उसके परिवार में कोहराम मच गया। उसके परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया, जिससे उसकी मौत के वास्तविक कारण का पता नहीं चल सका। हालांकि, अनुमान लगाया जा रहा है कि यतेंद्र की मौत हार्ट अटैक की वजह से हो सकती है। यतेंद्र की मेडिकल हिस्ट्री के अनुसार, चार साल पहले उसे हार्ट की समस्या के चलते जयपुर में एडमिट किया गया था। इससे यह स्पष्ट होता है कि यतेंद्र पहले से ही हार्ट की बीमारी से पीड़ित था।
यह घटना पूरे कस्बे में शोक और संवेदना का माहौल पैदा कर गई है। यतेंद्र के सहपाठियों और शिक्षकों के बीच शोक की लहर दौड़ गई है। स्कूल प्रशासन ने यतेंद्र की याद में एक शोक सभा आयोजित करने का निर्णय लिया है।
यह दुखद घटना हमें याद दिलाती है कि जीवन कितना अनिश्चित हो सकता है। यतेंद्र की असमय मृत्यु ने पूरे समुदाय को झकझोर कर रख दिया है और यह घटना सभी के लिए एक बड़ा सबक है कि हमें स्वास्थ्य की नियमित जांच कराते रहना चाहिए और किसी भी स्वास्थ्य समस्या को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
यतेंद्र की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए, हम उनके परिवार और दोस्तों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं। उनकी कमी को कोई भी नहीं भर सकता, लेकिन उनकी यादें हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेंगी।