कोरबा (छत्तीसगढ़):कोरबा जिले के पसान थाना क्षेत्र से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां पति-पत्नी के बीच मामूली विवाद ने एक हत्या का रूप ले लिया। घटना में महतारी वंदन योजना की राशि का दुरुपयोग और घरेलू हिंसा का एक और दुखद मामला देखने को मिला।
घटना का विवरण:
ग्राम सैला की रहने वाली सुन्नी बाई को छत्तीसगढ़ सरकार की महतारी वंदन योजना के तहत प्रत्येक महीने 1,000 रुपये की राशि मिलती थी। हाल ही में, सुन्नी बाई और उसके पति महिपाल धुनुहार उर्फ महिलाल ने बैंक से 1,000 रुपये निकाले। इस रकम में से दोनों ने मिलकर 200 रुपये की शराब खरीदी और साथ बैठकर पी। इसके बाद, सुन्नी बाई ने बचे हुए 800 रुपये की मांग की, जिस पर महिपाल ने यह कहकर मना कर दिया कि पूरा पैसा खर्च हो चुका है। इसी बात को लेकर दोनों में बहस शुरू हो गई।
विवाद ने लिया गंभीर रूप:
मामला तूल पकड़ने पर महिपाल ने गुस्से में आकर सुन्नी बाई पर हमला कर दिया। उसने सुन्नी बाई के सिर और चेहरे पर कई मुक्के मारे, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई और बेहोश हो गई। घटना की जानकारी स्थानीय लोगों ने डायल 112 को दी। सूचना मिलते ही पुलिस और एंबुलेंस मौके पर पहुंची और सुन्नी बाई को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस कार्रवाई:
पुलिस को मिली प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह साफ हुआ कि सुन्नी बाई की मौत गंभीर चोटों के कारण हुई है। इसके बाद पुलिस ने महिपाल को गिरफ्तार कर लिया और उसे रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। मामले की आगे की जांच जारी है।
महतारी वंदन योजना का दुरुपयोग:
यह घटना समाज में योजनाओं के दुरुपयोग और पारिवारिक विवादों के गंभीर परिणामों की ओर ध्यान खींचती है। महतारी वंदन योजना महिलाओं और उनके शिशुओं की सेहत को ध्यान में रखकर शुरू की गई थी, लेकिन इस घटना में इस राशि का दुरुपयोग किया गया और नतीजा एक महिला की मौत के रूप में सामने आया।
समाज में जागरूकता की आवश्यकता:
ऐसी घटनाएं समाज में जागरूकता और महिलाओं के प्रति बढ़ती हिंसा को रोकने के लिए कठोर कदम उठाने की आवश्यकता को दर्शाती हैं।