कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका के दौरे पर हैं और अपने बयानों से भारतीय राजनीतिक माहौल को गर्म कर दिया है। राहुल गांधी ने चीन और लद्दाख के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि लद्दाख में चीन ने दिल्ली के बराबर की जमीन पर कब्जा कर लिया है, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे ठीक से संभालने में असफल रहे हैं।
राहुल गांधी ने कहा, “चीनी सैनिकों ने लद्दाख में हमारे 4,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है, और यह एक गंभीर आपदा है। इस मुद्दे पर भारतीय मीडिया चुप्पी साधे हुए है। अगर ऐसा अमेरिका के साथ हुआ होता, तो वहां की प्रतिक्रिया क्या होती? क्या कोई राष्ट्रपति इस बात को अनदेखा कर सकता है? प्रधानमंत्री मोदी चीन के मुद्दे पर असफल रहे हैं और कोई भी स्पष्ट कारण नजर नहीं आता कि चीनी सैनिक हमारे क्षेत्र में क्यों बैठे हुए हैं।”
जम्मू-कश्मीर चुनाव से पहले फारूक अब्दुल्ला की मुश्किलें
इस बीच, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अब्दुल्ला के खिलाफ याचिका दायर की है, जिससे चुनाव से पहले उनके राजनीतिक भविष्य पर असर पड़ सकता है।
पाकिस्तान और बांग्लादेश पर राहुल गांधी की राय
राहुल गांधी ने पाकिस्तान और बांग्लादेश के मुद्दों पर भी अपनी राय जाहिर की। पाकिस्तान के साथ भारत के रिश्तों पर उन्होंने कहा कि पाकिस्तान द्वारा भारत में आतंकवाद को बढ़ावा देने से दोनों देशों के बीच के संबंध कमजोर हो रहे हैं। उन्होंने साफ किया कि जब तक पाकिस्तान अपनी आतंकवादी गतिविधियों को जारी रखेगा, तब तक दोनों देशों के बीच शांति स्थापित नहीं हो सकती।
बांग्लादेश पर बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि भारत और बांग्लादेश के बीच गहरे ऐतिहासिक संबंध हैं। उन्होंने अपनी दादी इंदिरा गांधी के योगदान का जिक्र करते हुए कहा कि बांग्लादेश के निर्माण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। राहुल गांधी ने बांग्लादेश में उग्रवादी तत्वों पर चिंता जताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि बांग्लादेश में हालात जल्द ही स्थिर होंगे और भारत बांग्लादेश के साथ अपने रिश्ते मजबूत बनाए रखेगा
राहुल गांधी के इन बयानों और राजनीतिक घटनाक्रमों से साफ है कि आने वाले दिनों में भारतीय राजनीति में कई नए मोड़ आ सकते हैं।