रायगढ़: रक्षाबंधन के पावन अवसर पर जब पूरा देश भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का उत्सव मना रहा था, उसी दिन रायगढ़ जिले में एक हृदयविदारक घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया। जिले के पुसौर ब्लॉक में रहने वाली 27 वर्षीय आदिवासी महिला के साथ गैंगरेप की जघन्य वारदात सामने आई है। यह महिला कुछ सालों से अपने पति से अलग रह रही है और सोमवार को अपने परिचितों के साथ मेले में गई थी। वहां से लौटते समय उसे दरिंदों ने अपना शिकार बना लिया।
मामला तब प्रकाश में आया जब पीड़िता ने किसी तरह थाने पहुंचकर अपनी आपबीती सुनाई और एफआईआर दर्ज करवाई। पुलिस ने मामले में तत्परता दिखाते हुए जांच शुरू की और अब तक सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक नाबालिग भी है। पुलिस ने सभी आरोपियों का मेडिकल परीक्षण कराया है और उन्हें पहचान के लिए तहसील कार्यालय ले जाया गया है।
वारदात की पूरी कहानी:
सोमवार की रात पीड़िता अपने दोस्त के साथ मीना बाजार से लौट रही थी। इस दौरान एनटीपीसी लारा के पास कुछ लोगों ने उसे पकड़ लिया और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। आरोपियों में महिला का वही दोस्त भी शामिल था, जिसके साथ वह लौट रही थी। पहले उस दोस्त ने ही उसके साथ दुष्कर्म किया, जिसके बाद उसके अन्य साथी भी वहां पहुंचे और उन्होंने भी इस घिनौनी हरकत को अंजाम दिया। घटना के बाद सभी आरोपी वहां से फरार हो गए।
तत्काल गिरफ्तारी और जांच:
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर तत्काल एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मंगलवार को अलग-अलग स्थानों से छह आरोपियों को गिरफ्तार किया। वहीं, बुधवार को एक और आरोपी को पकड़ लिया गया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में राहुल चौहान, मोनू साहू, राहुल खड़िया, उत्तम मिर्धा, नरेंद्र सिदार, बबलू देहरिया और एक नाबालिग शामिल हैं। ये सभी आरोपी घुटकुपाली, केसाईपाली, छपोरा और आसपास के गांवों के रहने वाले हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रिया:
इस मामले को लेकर राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मच गई है। कांग्रेस पार्टी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सारंगढ़ विधायक उत्तरी जांगड़े के नेतृत्व में एक पांच सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है। यह समिति घटना की जांच कर अपनी रिपोर्ट जल्द ही सौंपेगी।
पीड़िता की स्थिति:
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने बताया कि पीड़िता की स्थिति अभी सामान्य है। उसका मेडिकल परीक्षण करवा लिया गया है और उसे हर संभव मदद मुहैया कराई जा रही है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मामले की पूरी जांच कर दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाई जाएगी।
इस हृदयविदारक घटना ने पूरे रायगढ़ जिले को झकझोर कर रख दिया है। लोग इस घटना की कड़ी निंदा कर रहे हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं। पुलिस की त्वरित कार्रवाई के बावजूद इस घटना ने समाज में महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।