शहर में हाल ही में एक विक्षिप्त व्यक्ति कचरे के ढेर और घरों के सामने मवेशियों के लिए रखे गए खाने में भोजन खोजते हुए देखा गया। यह स्थिति लंबे समय से जारी थी, लेकिन विक्षिप्तों के कल्याण के लिए काम करने वाली कोई संस्था या प्रशासन इस मामले में आगे नहीं आया।
जब इस बारे में शहर के प्रसिद्ध जन सहयोग समाजसेवी संस्था के अध्यक्ष अजय पप्पू मोटवानी को सूचना मिली, तो उन्होंने तुरंत इसकी मदद के लिए पहल की। कुछ स्थानीय निवासियों ने मोटवानी को जानकारी दी कि पुरानी कचहरी के पास सड़क पर स्थित कचरे के टब में एक व्यक्ति जूठन ढूंढकर खा रहा है।
सूचना मिलते ही मोटवानी और उनकी टीम मौके पर पहुंचे और विक्षिप्त व्यक्ति को अपने साथ लेकर उसे सबसे पहले भोजन कराया। इसके बाद उन्होंने डॉक्टर श्याम देव को बुलाकर विक्षिप्त का प्रारंभिक चिकित्सा परीक्षण करवाया। चिकित्सा परीक्षण के दौरान विक्षिप्त व्यक्ति की अत्यधिक कमजोरी का पता चला, जिसके बाद उसे तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जिला अस्पताल में डॉक्टर योगिता जैन और उनके स्टाफ ने विक्षिप्त का इलाज शुरू किया। संस्था की टीम ने विक्षिप्त की शेविंग, स्नान का प्रबंध किया और उसे नए कपड़े पहनाए। विक्षिप्त व्यक्ति अपना नाम और पता बताने में असमर्थ था, जिससे उसकी पहचान नहीं हो पाई।
अजय पप्पू मोटवानी ने बताया कि वर्तमान में विक्षिप्त व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कर लिया गया है। उसके स्वास्थ्य में सुधार होने और नाम-पता पता चलने के बाद, संस्था द्वारा उसके घर पहुंचाने का प्रबंध किया जाएगा। इस नेक कार्य में अजय पप्पू मोटवानी के साथ डॉक्टर श्याम देव, धर्मेंद्र देव, संत कुमार रजक, करण नेताम, और भूतपूर्व सैनिक टेश्वर जैन ने भी सहयोग किया।
समाजसेवी संस्था की इस पहल की शहर में सराहना हो रही है और लोगों ने उनकी इस मानवता की मिसाल को उचित मान्यता दी है।