जम्मू-कश्मीर, 9 जून : जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में रविवार को एक भयानक हादसा हुआ, जब तीर्थयात्रियों से भरी एक बस खाई में गिर गई। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, इस दुर्घटना का कारण आतंकवादियों द्वारा बस पर की गई गोलीबारी बताई जा रही है। इस दिल दहला देने वाली घटना में नौ लोगों की मौत हो गई है।
रियासी की एसएसपी मोहिता शर्मा ने बताया कि यह दर्दनाक घटना शिव खोरी के पास रनसू से कटरा जा रही एक बस के साथ हुई। बस में कई तीर्थयात्री सवार थे जो भगवान शिव को समर्पित मंदिर, शिव खोरी के दर्शन करने जा रहे थे। कटरा शहर, त्रिकुटा पहाड़ियों में स्थित वैष्णो देवी मंदिर का आधार शिविर है और हर साल लाखों तीर्थयात्री यहां आते हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों का बयान:
स्थानीय लोगों के अनुसार, बस जम्मू और कश्मीर के पंजीकरण नंबर की थी और कंडा चंडी मोड़ के पास जब यह बस पहुंची, तो दो नकाबपोश आतंकवादियों ने बस पर गोलीबारी कर दी। इस गोलीबारी में वाहन चालक घायल हो गया और बस नियंत्रण खो बैठी, जिससे वह खाई में गिर गई।
प्रशासन की प्रतिक्रिया:
रियासी के डिप्टी कमिश्नर ने घटना की पुष्टि की और घटनास्थल पर पहुंचने की सूचना दी। यह इलाका रियासी और राजौरी जिले की सीमा पर स्थित है और यहां पहले भी आतंकवादियों की आवाजाही की खबरें आती रही हैं। पुलिस और सुरक्षा बलों ने तत्काल बचाव अभियान शुरू कर दिया है और स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं:
इस दुखद घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसे “कायरतापूर्ण आतंकवादी हमला” करार दिया और कहा, “यह शर्मनाक घटना जम्मू-कश्मीर में चिंताजनक सुरक्षा स्थिति की सच्ची तस्वीर है। मैं सभी शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है।”
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “जब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और उनकी एनडीए सरकार शपथ ले रही है और कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष देश में हैं, तब तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर एक कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले में कम से कम 10 भारतीयों की जान चली गई है। हम अपने लोगों पर इस भीषण आतंकवादी हमले और हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति जानबूझकर किए गए अपमान की स्पष्ट रूप से निंदा करते हैं।”
केंद्रीय मंत्री अमित शाह की प्रतिक्रिया:
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा, “रियासी, जम्मू-कश्मीर में तीर्थयात्रियों पर हमले की घटना से बहुत दुख पहुंचा है। उपराज्यपाल और डीजीपी, जम्मू-कश्मीर से बात की और घटना के बारे में जानकारी ली। इस नृशंस हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें कानून के कोप का सामना करना पड़ेगा।”
शाह ने कहा, “स्थानीय प्रशासन तत्काल चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रहा है। ईश्वर मृतकों के प्रियजनों को यह दर्द सहने की शक्ति प्रदान करें। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी प्रार्थना करता हूँ।”
यह दुखद घटना न केवल तीर्थयात्रियों के लिए एक गहरा आघात है, बल्कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति पर भी गंभीर सवाल उठाती है। प्रशासन और सुरक्षा बल इस मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं और दोषियों को पकड़ने के लिए सघन अभियान चलाया जा रहा है। इस प्रकार की घटनाएं देश की सुरक्षा और एकता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को और मजबूत करती हैं।