कवर्धा। कवर्धा जिले में वन्यजीव संरक्षण और बेजुबानों की सेवा को लेकर कई युवा निरंतर कार्य कर रहे हैं। इसी क्रम में बीती रात, सर्पमित्र सागर ठाकुर ने अपनी सतर्कता और साहस का परिचय देते हुए एक खतरनाक नाग (कोबरा) का सफल रेस्क्यू किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, रविवार रात लगभग 11:30 बजे कवर्धा जिले से 16 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम खेर जीटी से एक घर में नाग सांप घुसने की सूचना मिली। घरवालों में भय का माहौल था, जिसके बाद उन्होंने तुरंत सर्पमित्र सागर ठाकुर को इसकी जानकारी दी। सूचना मिलते ही सागर ठाकुर ने बिना देर किए तत्काल मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान 112 आपातकालीन सेवा की टीम भी मौके पर मौजूद रही, जिसमें कुड्डूस खान और दिलीप साहू शामिल थे। उन्होंने पूरे रेस्क्यू के दौरान सहयोग किया, जिससे यह अभियान सुचारू रूप से संपन्न हो सका। सागर ठाकुर ने पूरी सावधानी के साथ नाग को सुरक्षित पकड़कर उसे बोरे में डाला। इसके बाद उसे सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया।
रेस्क्यू के बाद नाग को उसके प्राकृतिक आवास भोरमदेव अभयारण्य में छोड़ दिया गया, जिससे वह बिना किसी खतरे के जंगल में स्वतंत्र रूप से रह सके। इस सफल अभियान से न केवल एक विषैले सर्प को बचाया गया बल्कि ग्रामीणों के डर को भी दूर किया गया।
वन्यजीव संरक्षण के प्रति युवाओं की जागरूकता
कवर्धा जिले में सर्पमित्रों और वन्यजीव प्रेमियों द्वारा निरंतर इस प्रकार के प्रयास किए जा रहे हैं। वन्यजीवों और पर्यावरण संरक्षण के प्रति इन युवाओं की यह प्रतिबद्धता समाज के लिए एक प्रेरणा है। सागर ठाकुर सहित अन्य सर्पमित्र और बचाव दल की तत्परता से यह साबित होता है कि सही जागरूकता और समर्पण से न केवल मानव जीवन की रक्षा की जा सकती है, बल्कि बेजुबान जीवों को भी सुरक्षित रखा जा सकता है।
स्थानीय प्रशासन और वन विभाग भी समय-समय पर इन युवाओं के कार्यों की सराहना करता है और ऐसे अभियानों को समर्थन देता है। यह आवश्यक है कि आमजन भी वन्यजीवों के प्रति संवेदनशीलता रखें और किसी भी आपात स्थिति में विशेषज्ञों की मदद लें, ताकि मानव और जीव-जन्तु दोनों सुरक्षित रह सकें।