नई दिल्ली – देश के सबसे प्रतिष्ठित उद्योगपतियों में से एक, रतन टाटा का जाना देश के लिए एक बड़ी क्षति है। उनके नेतृत्व में टाटा समूह ने वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाई और भारत के उद्योग जगत में अपनी साख मजबूत की। अब सवाल उठता है कि उनके बाद इतने बड़े साम्राज्य का नेतृत्व कौन करेगा? इस सवाल का जवाब जानने के लिए देश की 140 करोड़ जनता के साथ-साथ उद्योग जगत में भी उत्सुकता है।
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रतन टाटा की संपत्ति और टाटा ग्रुप
रतन टाटा के नेतृत्व में टाटा ग्रुप ने शानदार उन्नति की है। रिपोर्ट के अनुसार, अगस्त 2024 तक टाटा ग्रुप का कंबाइंड मार्केट कैप 400 अरब डॉलर यानी लगभग 35 लाख करोड़ रुपए है। टाटा ग्रुप की 29 कंपनियां शेयर बाजार में लिस्टेड हैं, जिनमें से सबसे बड़ी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) है। TCS का मार्केट कैप 9 अक्टूबर 2024 तक 15,38,519.36 करोड़ रुपए है, और यह देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है। रतन टाटा के नेतृत्व में TCS ने इंफोसिस और विप्रो जैसी बड़ी आईटी कंपनियों को पीछे छोड़ दिया है।
कौन होगा टाटा समूह का उत्तराधिकारी?
टाटा ग्रुप में सक्सेशन प्लान स्पष्ट रूप से स्थापित है। 2017 से एन. चंद्रशेखरन टाटा संस के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं और उनके नेतृत्व में टाटा समूह का संचालन सुचारू रूप से चल रहा है। हालांकि, टाटा परिवार में भी ऐसे कुछ सदस्य हैं, जो भविष्य में समूह की बागडोर संभाल सकते हैं।
1. नोएल नवल टाटा
रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल नवल टाटा को प्रमुख उत्तराधिकारी के रूप में देखा जा रहा है। नोएल टाटा का टाटा इंटरनेशनल लिमिटेड, वोल्टास लिमिटेड, और टाइटन कंपनी लिमिटेड जैसी कई बड़ी कंपनियों के साथ मजबूत जुड़ाव है। उन्हें टाटा समूह के सर्वोच्च ट्रस्टों से भी जोड़ा गया है, जो उन्हें इस साम्राज्य का एक संभावित उत्तराधिकारी बनाते हैं।
2. माया टाटा
नोएल टाटा की बेटी माया टाटा ने अपने करियर की शुरुआत टाटा कैपिटल में की थी। वह यूके के बेयस बिजनेस स्कूल से पढ़ाई कर चुकी हैं और विभिन्न टाटा कंपनियों में काम कर चुकी हैं। वह भी समूह की कमान संभालने के लिए एक मजबूत उम्मीदवार मानी जा रही हैं।
3. नेविल टाटा
नोएल टाटा के बेटे नेविल टाटा ने ट्रेंट कंपनी से अपने करियर की शुरुआत की और अब टाटा इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्किल्स के बोर्ड में शामिल हैं। उन्हें भी भविष्य में टाटा समूह की नेतृत्व टीम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए देखा जा रहा है।
4. लिआ टाटा
नोएल टाटा की सबसे बड़ी बेटी लिआ टाटा इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (IHCL) में वाइस प्रेसिडेंट के रूप में काम कर रही हैं और टाटा के कई ट्रस्टों से जुड़ी हुई हैं। वह भी टाटा समूह में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।
टाटा समूह का भविष्य
रतन टाटा के निधन के बाद, टाटा समूह में उत्तराधिकार योजना पर स्पष्टता आवश्यक है। एन. चंद्रशेखरन का नेतृत्व अभी तक सफल साबित हुआ है और टाटा समूह की कंपनियों की सफलता इसकी पुष्टि करती है। हालांकि, टाटा परिवार के सदस्य भी उत्तराधिकार की दौड़ में हैं और भविष्य में समूह की बागडोर इनमें से किसी के हाथ में जा सकती है।
टाटा समूह का भविष्य भी इन योग्य उत्तराधिकारियों पर निर्भर करेगा, जो रतन टाटा के द्वारा स्थापित आदर्शों और मूल्यों को आगे बढ़ा सकते हैं।
निष्कर्ष: रतन टाटा के बाद टाटा समूह की कमान किसके हाथ में जाएगी, यह स्पष्ट रूप से अभी नहीं कहा जा सकता, लेकिन कई योग्य उत्तराधिकारी इस दौड़ में हैं।