भारतीय महिला क्रिकेट टीम की असफलता पर मिताली राज का बयान: ‘अब कप्तान बदलने का समय

Harsh Dongre
Harsh Dongre - Editor Kanker 38 Views
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नई दिल्ली – हाल ही में संपन्न महिला टी20 विश्व कप में भारत के खराब प्रदर्शन के बाद, भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर की कप्तानी पर सवाल उठने लगे हैं। इस विषय में भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान मिताली राज ने बड़ा बयान दिया है। मिताली का मानना है कि अब भारतीय टीम के लिए कप्तानी में बदलाव का सही समय आ गया है।

हरमनप्रीत के नेतृत्व में पिछले चार विश्व कप

2016 में मिताली राज के बाद भारतीय टीम की कमान संभालने वाली हरमनप्रीत कौर ने अब तक चार टी20 विश्व कप में टीम का नेतृत्व किया है। पिछले तीन विश्व कपों में टीम सेमीफाइनल तक पहुंचने में सफल रही थी, लेकिन इस बार टीम ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई। इस नाकामी ने कप्तानी में बदलाव की मांग को तेज कर दिया है।

मिताली राज की राय: युवा कप्तान की जरूरत

मिताली राज ने पीटीआई से बात करते हुए कहा, “अगर चयनकर्ता बदलाव का फैसला करते हैं, तो यह सही समय है कि एक युवा कप्तान को मौका दिया जाए। यदि अभी बदलाव नहीं किया गया, तो आगामी 2025 के वनडे विश्व कप के करीब ऐसा करना मुश्किल हो जाएगा।” मिताली ने 24 वर्षीय जेमिमा रोड्रिग्स को संभावित युवा कप्तान के रूप में देखा है। उन्होंने कहा, “जेमिमा एक ऐसी खिलाड़ी हैं जो मैदान पर काफी ऊर्जा लाती हैं। वह सभी से संवाद करती हैं और मैंने इस टूर्नामेंट में उनसे काफी प्रभावित हुई हूं।

भारत के खराब प्रदर्शन के पीछे की वजह

मिताली राज ने भारत के खराब प्रदर्शन के पीछे टीम की परिस्थितियों के अनुकूल न हो पाने की असमर्थता को एक प्रमुख कारण बताया। उन्होंने कहा कि भारत ने टूर्नामेंट में बेंगलुरु में दो महीने का शिविर और मैच सिमुलेशन के बाद भाग लिया, जबकि ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड ने एक-दूसरे के खिलाफ मैच खेले थे और दक्षिण अफ्रीका ने पाकिस्तान का दौरा किया था। राज ने कहा, “हमें धीमी विकेटों के साथ तालमेल बिठाने में समय लगा। इस छोटे से टूर्नामेंट में आपके पास ज्यादा समय नहीं होता।”

भारतीय टीम के विकास की कमी पर अफसोस

मिताली ने पिछले तीन सालों में भारतीय टीम के प्रदर्शन पर अफसोस जताया और कहा कि टीम में विकास की कमी रही है। उन्होंने कहा, “मुझे ऐसा लगता है कि पिछले दो-तीन सालों में, हमने इस टीम में कोई खास विकास नहीं देखा है। हम निचली रैंकिंग वाली टीमों को हराने में संतुष्ट रहे हैं, जबकि ऑस्ट्रेलिया जैसी बड़ी टीमों से निपटने में हम विफल रहे हैं।”

विश्व कप से पहले रणनीति पर सवाल

राज ने टीम प्रबंधन की कुछ रणनीतियों पर भी सवाल उठाए। एशिया कप के दौरान, जहां भारत ने नियमित खिलाड़ियों को मैदान में उतारने का फैसला किया और छोटे खिलाड़ियों को मौका नहीं दिया। मिताली का मानना है कि निचली रैंक वाली टीमों के खिलाफ बेंच खिलाड़ियों को मौका दिया जा सकता था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। उन्होंने कहा, “हमने एशिया कप में अपनी बेंच को ज्यादा मौके नहीं दिए, जबकि यह जरूरी था।”

फिटनेस की कमी भी बनी समस्या

मिताली ने टीम के फिटनेस स्तर की भी आलोचना की। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में भारत ने तीन कैच छोड़े, जिससे खेल में महत्वपूर्ण फर्क पड़ा। मिताली का मानना है कि फिटनेस का सीधा असर मैदान पर प्रदर्शन पर दिखता है और इस पर पूरे साल ध्यान देने की आवश्यकता है।

निष्कर्ष

मिताली राज के इस बयान के बाद भारतीय क्रिकेट में कप्तानी में बदलाव को लेकर चर्चा तेज हो गई है। क्या भारतीय टीम के चयनकर्ता हरमनप्रीत कौर की जगह किसी नए चेहरे को मौका देंगे या फिर कुछ समय तक यही व्यवस्था रहेगी, यह आने वाले दिनों में साफ होगा। लेकिन यह तय है कि भारतीय महिला क्रिकेट को नई ऊर्जा और नेतृत्व की जरूरत महसूस हो रही है।

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