रायपुर , कवर्धा : छत्तीसगढ़ के कबीरधाम (कवर्धा) जिले में हालिया हिंसक घटनाओं के बाद राज्य सरकार ने बड़ा प्रशासनिक बदलाव करते हुए कलेक्टर और एसपी दोनों को उनके पदों से हटा दिया है। यह निर्णय जिले में बिगड़ती कानून व्यवस्था और तनावपूर्ण हालात के मद्देनजर लिया गया है।
कलेक्टर और एसपी का तबादला

राज्य सरकार ने कबीरधाम जिले के कलेक्टर जन्मेजय महोबे को उनके पद से हटा दिया है और उन्हें नागरिक आपूर्ति निगम का प्रबंध संचालक नियुक्त किया गया है।

वहीं, जिले के एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव को भी उनके पद से हटाकर पुलिस मुख्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया है। उनकी जगह बलरामपुर जिले के एसपी राजेश अग्रवाल को कबीरधाम का नया एसपी नियुक्त किया गया है।
नए अधिकारियों की नियुक्ति
कबीरधाम जिले के नए कलेक्टर के रूप में 2016 बैच के आईएएस अधिकारी गोपाल वर्मा को जिम्मेदारी सौंपी गई है। गोपाल वर्मा पहले कई महत्वपूर्ण प्रशासनिक पदों पर रह चुके हैं और उनकी कार्यशैली को देखते हुए सरकार ने उन्हें कबीरधाम जिले की कमान सौंपी है। वहीं, नए एसपी राजेश अग्रवाल भी बलरामपुर जिले में अपनी सेवाएं दे चुके हैं और कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में उनका अच्छा अनुभव रहा है।
हिंसा के बाद राज्य सरकार का कड़ा रुख
कबीरधाम जिले में हाल ही में हुई हिंसा और तीन मौतों के बाद राज्य में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई थी। ग्रामीणों और स्थानीय लोगों के बीच हुए विवाद और पुलिस की कार्यवाही को लेकर भी गंभीर सवाल उठाए जा रहे थे। पुलिस की भूमिका पर उठ रहे सवालों और हालात को नियंत्रण में रखने में प्रशासन की नाकामी को देखते हुए राज्य सरकार पर दबाव बढ़ रहा था। इन परिस्थितियों में सरकार ने कलेक्टर और एसपी के स्थानांतरण का निर्णय लिया है, ताकि जिले में शांति और सामान्य स्थिति बहाल हो सके।
प्रशासनिक बदलाव से उम्मीद
सरकार के इस फैसले से उम्मीद जताई जा रही है कि नए अधिकारी जिले में शांति व्यवस्था को फिर से बहाल करने और स्थिति को सामान्य बनाने के लिए कारगर कदम उठाएंगे। राज्य सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि कानून व्यवस्था को बनाए रखना उसकी प्राथमिकता है और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
नए कलेक्टर और एसपी के कार्यभार संभालने के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि कबीरधाम जिले में कानून व्यवस्था और प्रशासनिक सुधार के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।