दुर्ग, छत्तीसगढ़:
इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बढ़ती निर्भरता के चलते आज के किशोरवय लड़कियां और लड़के कभी-कभी अनजाने में गंभीर खतरों का शिकार हो जाते हैं। ऐसा ही एक दिल दहला देने वाला मामला छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के जेवरा-सिरसा चौकी क्षेत्र से सामने आया है, जहां एक नाबालिग लड़की को इंस्टाग्राम पर दोस्ती के बाद ब्लैकमेलिंग का शिकार बनाया गया। इस मामले ने जहां पीड़िता और उसके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया, वहीं पिता की साहसिक पहल से अपराधी को गिरफ्तार कर न्याय के सामने लाया गया।
सोशल मीडिया पर शुरू हुई दोस्ती
जेवरा-सिरसा चौकी के प्रभारी पुरुषोत्तम कुर्रे के अनुसार, आरोपी संदीप अदावत (21 वर्ष), निवासी राजस्थान, ने इंस्टाग्राम के माध्यम से नाबालिग लड़की से संपर्क साधा और धीरे-धीरे उसे भावनात्मक रूप से अपने जाल में फंसा लिया। आरोपी ने वीडियो कॉलिंग के माध्यम से पीड़िता का अश्लील वीडियो रिकॉर्ड किया और इसका उपयोग उसे ब्लैकमेल करने के लिए करने लगा।
पीड़िता की चुप्पी, परिजनों की जागरूकता
आरोपी की हरकतों से पीड़िता डर के मारे चुप रही, लेकिन जब उसके परिजनों को इस बारे में पता चला तो उन्होंने उसे समझाया और आरोपी से संपर्क खत्म करने के लिए कहा। जब पीड़िता ने आरोपी से बात करना बंद किया, तो आरोपी ने उसकी अश्लील वीडियो व्हाट्सएप के माध्यम से उसके परिजनों को भेज दी, जिससे मामला और गंभीर हो गया।
पिता की साहसिक पहल और आरोपी की गिरफ्तारी
घटना के बाद पीड़िता के पिता ने 3 जुलाई को जेवरा-सिरसा चौकी में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया, जिसमें भारतीय दंड संहिता की धारा 509 ख (महिला की गोपनीयता का उल्लंघन), 354 सी (किसी महिला की निगरानी करना) और आईटी एक्ट की धारा 67 बी के साथ-साथ पोक्सो एक्ट के तहत भी अपराध शामिल है।
पुलिस ने आरोपी को राजस्थान से गिरफ्तार करने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया। पुलगांव थाना प्रभारी की अगुवाई में टीम ने आरोपी संदीप अदावत को राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया और उसे न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और परिजनों की जागरूकता से यह मामला सामने आया, जो समाज के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश है।
सावधानी और सतर्कता का संदेश
यह घटना न केवल माता-पिता बल्कि सभी किशोरों के लिए एक गंभीर चेतावनी है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का सुरक्षित और सतर्क उपयोग करने की आवश्यकता है, ताकि इस तरह के मामलों से बचा जा सके।