बिलासपुर। कोटा पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए ग्राम करपीहा के जंगल में जुआ खेल रहे सात जुआरियों को धर दबोचा है। इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने जिला बदर घोषित हरीश उर्फ गोलू सिंह को भी गिरफ्तार किया, जिसके पास से एक देसी कट्टा भी जब्त किया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार, कोटा पुलिस को सूचना मिली थी कि ग्राम करपीहा के जंगल में कुछ लोग जुआ खेल रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत एक टीम का गठन किया और जंगल में घेराबंदी कर दी। पुलिस की इस कार्यवाही में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपियों में से एक, हरीश उर्फ गोलू सिंह (50 वर्ष) पुत्र स्व. सुभाष सिंह ठाकुर, जो पुरानीबस्ती कोटा, थाना कोटा, जिला बिलासपुर का निवासी है, पहले से ही जिला बदर था।
अन्य गिरफ्तार आरोपियों में विजय बंजारे (30 वर्ष) पुत्र आजू राम बंजारे, निवासी ग्राम लमकेना, थाना कोटा; संजू मेहर (34 वर्ष) पुत्र द्वारका प्रसाद मेहर, निवासी लोरमी, थाना लोरमी, जिला मुंगेली; रोशन पाटले (23 वर्ष) पुत्र दवाद, निवासी अखबार, थाना लोरमी, जिला मुंगेली; हेमंत रातरे (24 वर्ष) पुत्र विमल, निवासी विचारपुर, थाना लालपुर, जिला मुंगेली; मुकेश चंद्राकर (42 वर्ष) पुत्र रामलाल चंद्राकर, निवासी कोडापुरी, थाना कुंडा, जिला कबीरधाम; और नारायण महरा (42 वर्ष) पुत्र चन्द्र राम, निवासी डबरा पारा, रतनपुर, थाना रतनपुर, जिला बिलासपुर शामिल हैं।
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से कुल 91,720 रुपये नकद, 10 मोटरसाइकिलें, एक कार, और सात मोबाइल फोन जब्त किए हैं। इसके साथ ही, तलाशी के दौरान जिला बदर हरीश उर्फ गोलू सिंह के पास से एक देसी कट्टा भी बरामद किया गया है।
गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। विशेष रूप से हरीश उर्फ गोलू सिंह के खिलाफ आर्म्स एक्ट और छत्तीसगढ़ राज्य सुरक्षा अधिनियम की धारा 14 और 15 के तहत कार्रवाई की गई है।
कोटा पुलिस की इस कार्रवाई से क्षेत्र में जुआरियों और अपराधियों में हड़कंप मच गया है। पुलिस ने इस प्रकार की गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए सतर्कता और बढ़ा दी है, जिससे भविष्य में इस प्रकार के अपराधों पर कड़ा प्रहार किया जा सके।