कांग्रेस का हल्ला बोल: केंद्र सरकार के खिलाफ ईडी दफ्तर का घेराव, भूपेश बघेल हवा में उड़ते नजर आए, देखें वीडियो

Pushpraj Singh Thakur
Pushpraj Singh Thakur - Editor in Chief 39 Views
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रायपुर: छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए बुधवार को रायपुर स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालय का घेराव किया। इस प्रदर्शन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व मंत्री सत्यनारायण शर्मा, एआईसीसी सचिव विकास उपाध्याय सहित सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। प्रदर्शन का उद्देश्य केंद्र सरकार द्वारा केंद्रीय एजेंसियों के कथित दुरुपयोग के खिलाफ आवाज उठाना था।

ईडी कार्यालय का घेराव और पुलिस से झूमाझटकी

दोपहर 12 बजे से कांग्रेसी कार्यकर्ता रायपुर के पचपेड़ीनाका मार्ग स्थित पुजारी पार्क के पास इकट्ठा होने लगे। यह स्थान ईडी कार्यालय से लगभग 200 मीटर की दूरी पर स्थित है, जहां प्रशासन ने धरना देने की अनुमति दी थी। धरना प्रदर्शन दोपहर 12 बजे से लेकर 2:30 बजे तक चला, जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने नुक्कड़ सभा को संबोधित किया।

भूपेश बघेल

धरने के बाद, कांग्रेसी कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए ईडी कार्यालय की ओर बढ़े। इस दौरान प्रदर्शनकारियों में युवा कार्यकर्ताओं का जोश और वरिष्ठ नेताओं का अनुभव देखने को मिला। दीपक बैज, भूपेश बघेल, और डॉ. चरणदास महंत की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग तोड़ने का प्रयास किया, जिससे पुलिस और कांग्रेसियों के बीच तनाव बढ़ गया। करीब एक घंटे तक पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच बहस, धक्का-मुक्की और हंगामा चलता रहा।

प्रदर्शन के दौरान, कई कार्यकर्ताओं ने अपने नेताओं को कंधों पर उठा लिया और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। भूपेश बघेल, दीपक बैज, और विकास उपाध्याय कार्यकर्ताओं के कंधों पर सवार होकर केंद्र सरकार को चुनौती देते दिखे। झूमाझटकी और हंगामे के बीच, कुछ कांग्रेसी कार्यकर्ता पुलिस के घेराव को तोड़कर दूसरी बैरिकेडिंग तक पहुंच गए। अंततः, प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर अपना प्रदर्शन समाप्त किया।

वीडियो

कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने केंद्र सरकार पर लगाए गंभीर आरोप

धरने के बाद, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि ईडी ने देशभर में 5,422 मामले दर्ज किए हैं, जिनमें से 300 मामलों को छोड़कर बाकी सभी विपक्षी नेताओं के खिलाफ हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्षी नेताओं को धमकाने और उन्हें भाजपा में शामिल करने का प्रयास कर रही है। दीपक बैज ने कहा, “हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से बड़ा खुलासा हुआ है, और कांग्रेस संविधान की रक्षा, जनता को जागरूक करने और लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई लड़ती रहेगी।”

नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने इस मौके पर कहा, “हमारे नेता राहुल गांधी ने जेपीसी की मांग की है। जेपीसी से जांच कराने से दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। मेरा तो यह सीधा आरोप है कि मोदी सरकार पूंजीपतियों के साथ मिलकर देश को बेचने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस ऐसी नीतियों के खिलाफ लड़ती रहेगी।”

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, “दो महीने के भीतर ही मोदी सरकार चार बार यूटर्न ले चुकी है। मोदी सरकार विपक्ष को दबाकर अब काम नहीं कर पाएगी। संविधान अनुसार शासन व्यवस्था चलेगी और विपक्ष संविधान की रक्षा के लिए हर मोर्चे पर लड़ाई के लिए तैयार है।” भूपेश बघेल ने कहा कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से मोदी सरकार की नीति पर बड़ा खुलासा हो चुका है। सेबी जैसी संस्था अब सवालों के घेरे में है, और सेबी प्रमुख को तत्काल इस्तीफा देना चाहिए था। विपक्ष की मांग जेपीसी जांच की है, लेकिन केंद्र सरकार इसके लिए तैयार नहीं है।

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Pushpraj Singh Thakur
By Pushpraj Singh Thakur Editor in Chief
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आप सालों से पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं एवं वर्तमान में India News के जिला ब्यूरोचीफ के रूप में काम कर रहे हैं। आप सॉफ्टवेयर डेवलपर एवं डिजाइनर भी हैं।

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