कांकेर (नरहरपुर): नरहरपुर थाना क्षेत्र के दबेना गांव में एक बुजुर्ग की संदिग्ध परिस्थितियों में बांध के अंदर फांसी लगाकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। बुजुर्ग सुकदेव निषाद (62 वर्ष) की लाश 9 सितंबर की सुबह गांव के दबेना बांध के अंदर एक पेड़ से लटकी हुई पाई गई। इस घटना ने गांव में सनसनी फैला दी है।
घटना की जानकारी:
सुकदेव निषाद पेशे से मछुआरा था और एक कुशल तैराक के रूप में जाना जाता था। पिछले कुछ दिनों से उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी, जिसके चलते उनका व्यवहार सामान्य नहीं था। 8 सितंबर की रात को परिवार के सभी सदस्य भोजन करने के बाद सोने चले गए। रात के किसी समय सुकदेव घर से निकल गए। सुबह जब उनका बेटा हरिचंद जागा, तो उसने अपने पिता को बिस्तर पर नहीं पाया और तुरंत उनकी तलाश शुरू की।
लाश पेड़ पर फंदे से लटकी मिली:
कई घंटों की खोजबीन के बाद 9 सितंबर की सुबह ग्रामीणों ने सुकदेव की लाश को दबेना बांध के अंदर करीब 100 मीटर दूर एक पेड़ से फांसी के फंदे से लटकी हुई देखा। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और नाव का इंतजाम कर पेड़ तक पहुंची। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद लाश को नीचे उतारा और पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
संदेहास्पद परिस्थितियों में मौत:
घटना की संदेहास्पद प्रकृति को देखते हुए पुलिस ने मामले की प्रारंभिक जांच के लिए फोरेंसिक टीम को बुलाया और सभी आवश्यक साक्ष्य एकत्र किए। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। हालांकि अब तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि यह आत्महत्या का मामला है या किसी अन्य प्रकार की घटना।
परिवार और ग्रामीणों में शोक:
इस घटना से पूरे गांव में शोक की लहर है। सुकदेव निषाद अपने परिवार और गांव में एक नेकदिल इंसान के रूप में जाने जाते थे। उनकी अचानक हुई इस दुखद मौत ने सभी को सदमे में डाल दिया है।
जांच जारी:
पुलिस अब सभी संभावित कोणों से जांच कर रही है, जिसमें परिवार के सदस्यों और ग्रामीणों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फोरेंसिक जांच के बाद ही मौत के सही कारणों का खुलासा हो सकेगा।
निष्कर्ष:
सुकदेव निषाद की इस दुखद और रहस्यमय मौत ने पूरे क्षेत्र में चिंता पैदा कर दी है। पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि सच्चाई सामने आ सके और परिवार को न्याय मिल सके।