गैंगस्टर अमन साव को कोर्ट में पेश किया गया, 9 दिनों के लिए न्यायिक रिमांड भेजा

Harsh Dongre
Harsh Dongre - Editor Kanker 44 Views
3 Min Read

रायपुर: राजधानी रायपुर के मरीन ड्राइव क्षेत्र में हुई फायरिंग मामले में गिरफ्तार झारखंड गैंगस्टर अमन साहू को आज न्यायालय में पेश किया गया। अमन साहू की पुलिस रिमांड की अवधि समाप्त होने पर उसे कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान पुलिस ने अमन से पूछताछ करने के लिए उसे फिर से रिमांड में लेने का प्रयास किया। हालांकि, न्यायालय ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद गैंगस्टर अमन को 28 अक्टूबर तक न्यायिक रिमांड पर जेल भेजने का आदेश दिया है।

घटना का संदर्भ: गौरतलब है कि रायपुर के तेलीबांधा स्थित पीआरए ग्रुप नामक कंस्ट्रक्शन कंपनी के दफ्तर के बाहर 13 जुलाई को लगभग 11 बजे दो शूटरों ने फायरिंग की थी। इस हमले में गैंगस्टर अमन साहू का हाथ होने का आरोप है। छत्तीसगढ़ पुलिस ने अमन को प्रोडक्शन वारंट के तहत झारखंड से रायपुर लाया है। पुलिस ने अब तक उससे 60 अलग-अलग बिंदुओं पर पूछताछ की है। इस पूछताछ में एसएसपी संतोष कुमार सिंह, एडिशनल एसपी क्राइम संदीप मित्तल, डीएसपी संजय सिंह समेत कुल 7 पुलिस अधिकारियों ने भाग लिया। अमन साहू ने लॉरेंस बिश्नोई के साथ अपने सीधे संपर्क होने से इनकार किया है।

घटनाक्रम: 13 जुलाई को तेलीबांधा थाने के पास स्थित पीआरए ग्रुप के ऑफिस के बाहर दो शूटरों ने पल्सर बाइक पर सवार होकर फायरिंग की। फायरिंग की आवाज सुनकर दफ्तर में मौजूद कारोबारी के ड्राइवर और कर्मचारी घबरा गए और जान बचाने के लिए ऑफिस के अंदर भाग गए। सुरक्षाकर्मियों ने भी जवाबी फायरिंग की, जिसमें 2 से 3 राउंड गोली चलाई गई। घटना के बाद शूटर मौके से फरार हो गए। फायरिंग के बाद पुलिस ने पूरे शहर में नाकेबंदी कर दी और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। पुलिस ने फायरिंग में शामिल युवकों की बाइक, जो JH 01 DL 4692 नंबर प्लेट की थी, तेलीबांधा क्षेत्र से बरामद की।

पुलिस की कार्रवाई: इस गोलीकांड के मामले में पुलिस ने झारखंड और पंजाब में विशेष टीमों का गठन किया और कार्रवाई शुरू की। अब तक इस कार्रवाई में पुलिस ने दोनों राज्यों से 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस की टीमें आरोपियों की गिरफ्तारी और मामले की जांच में जुटी हुई हैं।

इस मामले में अदालत के आदेश और पुलिस की कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। यह घटना राजधानी रायपुर में संगठित अपराध के बढ़ते मामलों की ओर भी इशारा करती है, जिससे स्थानीय प्रशासन और पुलिस के लिए चुनौती उत्पन्न होरही है।

Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page

error: Content is protected !!