छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य के गांवों में अभूतपूर्व विकास हो रहा है, खासकर पंचायतों के सशक्तिकरण और शासन की नीतियों के कुशल क्रियान्वयन के माध्यम से। जशपुर जिले के बगीचा विकासखंड की ग्राम पंचायत घुघरी इसका एक उत्कृष्ट उदाहरण है, जो विकास और सामाजिक सुरक्षा की नई मिसाल कायम कर रही है।
पंचायती राज योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन
घुघरी पंचायत में जनभागीदारी और पंचायत की सक्रियता से हर समस्या का समाधान खोजा जा रहा है। यहां पंचायत की बैठकों में गांव के लोगों की राय से निर्णय लिए जाते हैं, जिससे सभी योजनाओं का लाभ सीधे आम जनता तक पहुंच रहा है।
– राशन कार्ड योजना: गांव में 567 लोगों को राशन कार्ड वितरित किए गए हैं, जिनमें 37 एपीएल और 407 बीपीएल कार्ड धारक हैं।
– पोषण योजना: 216 बच्चों और गर्भवती महिलाओं को आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से पोषण का लाभ दिया जा रहा है।
– सामाजिक सुरक्षा: गांव में सामाजिक सुरक्षा के लिए 2.10 लाख रुपये खर्च किए गए हैं, जिससे 342 लोग पेंशन योजनाओं से लाभान्वित हो रहे हैं।
मंगरी बाई जैसी ग्रामीण महिलाएं, जिन्हें हर महीने 500 रुपये पेंशन मिल रही है, इस योजना से अपने परिवार का पालन-पोषण करने में सक्षम हैं।
प्रधानमंत्री आवास योजना और मनरेगा का असर
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 56 परिवारों को पक्के घर दिए गए हैं। इसके साथ ही 483 परिवारों को मनरेगा के तहत जॉब कार्ड उपलब्ध कराए गए हैं, जिसके तहत पिछले दो वर्षों में 20 तालाबों का निर्माण किया गया है। विनोद राम, एक स्थानीय निवासी, बताते हैं कि मनरेगा से गांव के लोग हर साल 28 हजार रुपये तक कमा लेते हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है।
महिला सशक्तिकरण और स्वरोजगार
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए 36 स्व सहायता समूह बनाए गए हैं, जिनसे 412 महिलाएं जुड़कर स्वरोजगार कर रही हैं। इस प्रकार, घुघरी की महिलाएं भी आर्थिक रूप से मजबूत हो रही हैं और अपने परिवार का सहयोग कर रही हैं।
ग्राम पंचायत घुघरी की यह सफलता कहानी छत्तीसगढ़ के विकासशील और सुरक्षित भविष्य की दिशा में बढ़ते कदमों को दर्शाती है।