बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के मस्तूरी थाना क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां तीन साल की मासूम बच्ची से दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया है। आरोपी धरम सिंह, जो खुद तीन बच्चों का पिता है, ने अपनी बच्ची की उम्र के मासूम के साथ इस घिनौनी हरकत को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
घटना का विवरण
सोमवार को यह दिल दहला देने वाली घटना तब हुई, जब तीन साल की बच्ची अपने घर के पास खेल रही थी। उसी समय, 35 वर्षीय आरोपी धरम सिंह, जो उसी मोहल्ले में रहता है, बच्ची के पास पहुंचा और उसे चॉकलेट खिलाने का लालच देकर अपने साथ ले गया। आरोपी बच्ची को एक सुनसान जगह पर ले गया और वहां उसने बच्ची के साथ दुष्कर्म किया।
बच्ची ने रोते हुए मां को बताई आपबीती
घटना के बाद आरोपी ने बच्ची को उसके घर के पास छोड़ दिया। बच्ची जब घर पहुंची तो वह रो रही थी। उसकी मां ने जब उससे कारण पूछा, तब बच्ची ने अपनी मां को रोते-रोते इस शर्मनाक घटना के बारे में बताया। बच्ची की हालत सुनकर उसकी मां तुरंत उसे लेकर पुलिस थाने पहुंची।
आरोपी तीन बच्चों का पिता
पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और आरोपी को कुछ ही समय में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि धरम सिंह शादीशुदा है और उसके तीन बच्चे भी हैं। लेकिन इसके बावजूद उसने अपनी बच्ची की उम्र के मासूम के साथ यह घिनौनी वारदात की। इस घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
पीड़ित बच्ची की मां द्वारा शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी की तलाश शुरू की। पुलिस ने आरोपी को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया और उसके खिलाफ दुष्कर्म, अपहरण और पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया। पुलिस ने बताया कि आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अर्चना झा ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है और बच्ची का मेडिकल परीक्षण कराया गया है।
मासूमों के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर चिंता
इस घटना ने एक बार फिर से समाज में मासूम बच्चों के प्रति बढ़ते अपराधों पर गहरी चिंता पैदा कर दी है। यह घटना सिर्फ छत्तीसगढ़ ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए एक चिंताजनक संदेश है। समाज के जिम्मेदार नागरिकों और कानून व्यवस्था की देखरेख करने वालों के लिए यह एक चुनौती बन गई है कि ऐसे अपराधों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं।
निष्कर्ष
छत्तीसगढ़ के इस दर्दनाक मामले ने फिर से यह सवाल उठाया है कि बच्चों के प्रति हो रहे अपराधों को रोकने के लिए और कितनी सख्ती की जरूरत है। प्रशासन ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, लेकिन इस तरह की घटनाएं यह दर्शाती हैं कि हमें समाज में बच्चों की सुरक्षा के लिए और अधिक सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।