जशपुर, छत्तीसगढ़
जशपुर जिले के बगीचा जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम पंचायत मरंगी में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के तहत चना वितरण में गड़बड़ी का गंभीर मामला सामने आया है। ग्रामीणों का आरोप है कि पिछले चार महीनों से उन्हें चना नहीं दिया गया है, जो कि उनके अधिकारों का उल्लंघन है। इस घोटाले के लिए ग्रामीणों ने सीधे तौर पर ग्राम पंचायत के सरपंच पर आरोप लगाते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की है।
### **चना वितरण में गड़बड़ी का मामला**
ग्राम पंचायत मरंगी के सैकड़ों ग्रामीणों ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत मिलने वाले चने की नियमित आपूर्ति न होने पर नाराजगी जताई है। ग्रामीणों का कहना है कि चना वितरण का जिम्मा ग्राम पंचायत के अधीन चलने वाले स्व सहायता समूह के पास है, लेकिन पिछले चार महीने से चना उनके बीच वितरित नहीं किया गया है। इस कारण ग्रामीणों को उनके हक से वंचित किया जा रहा है, जो कि पीडीएस प्रणाली में बड़ी गड़बड़ी को दर्शाता है।
### **ग्रामीणों के आरोप: सरपंच पर गंभीर आरोप**
ग्रामीणों ने सरपंच पर आरोप लगाते हुए कहा है कि सरपंच ने वितरण के लिए आए चने को किराने की दुकानों में बेच दिया है। इस अनियमितता के चलते सैकड़ों ग्रामीणों को उनका हिस्सा नहीं मिल सका। पूर्व राशन विक्रेता जितेंद्र यादव ने भी सरपंच पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब उन्होंने दुकान छोड़ी थी, तब 36 बोरियां चना सरपंच को जिम्मे सौंपी गई थीं। लेकिन सरपंच ने इन चनों का वितरण करने के बजाय इन्हें बाजार में बेच दिया, जिससे ग्रामीणों का हक मारा गया।
### **ग्रामीणों की मांग: दोषियों पर सख्त कार्रवाई**
ग्रामीणों ने विक्रेता पर गड़बड़ी के आरोप लगाते हुए मामले की जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि यह उनके अधिकारों का खुला उल्लंघन है और ऐसे मामलों को अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए। सैकड़ों ग्रामीण अब सरपंच के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, ताकि भविष्य में ऐसी गड़बड़ियों को रोका जा सके और पीडीएस प्रणाली की पारदर्शिता बनी रहे।
### **खाद्य निरीक्षक का बयान और जांच की तैयारी**
मामले की गंभीरता को देखते हुए बगीचा खाद्य निरीक्षक अधिकारी पुष्पेंद्र पटेल ने बताया कि उन्हें इस मामले की जानकारी ग्राम पंचायत के सचिव द्वारा दी गई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही जांच के लिए मौके पर पहुंचा जाएगा और विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर उच्च अधिकारियों को सौंपी जाएगी। अधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
### **पीडीएस प्रणाली में लगातार गड़बड़ियों की चिंता**
इस घटना ने एक बार फिर छत्तीसगढ़ में पीडीएस प्रणाली के संचालन में गड़बड़ियों को उजागर कर दिया है। पिछले कुछ समय में कई बार चना, चावल और अन्य खाद्यान्नों की आपूर्ति में अनियमितताएं सामने आई हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए यह योजना बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन ऐसे घोटाले इस योजना की विश्वसनीयता को कमजोर कर रहे हैं।
### **न्याय की उम्मीद और ग्रामीणों की नाराजगी**
ग्राम पंचायत मरंगी के ग्रामीण अब न्याय की उम्मीद में हैं और सरपंच के खिलाफ ठोस कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह केवल एक आर्थिक घोटाला नहीं है, बल्कि यह उनके जीवनयापन के लिए आवश्यक संसाधनों से उन्हें वंचित करने की साजिश है।
### **निष्कर्ष**
जशपुर जिले के ग्राम पंचायत मरंगी में चना वितरण में हुई गड़बड़ी ने पूरे क्षेत्र में हलचल मचा दी है। ग्रामीणों ने प्रशासन से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। वहीं, खाद्य निरीक्षक द्वारा जांच शुरू करने की तैयारी की जा रही है। अब देखना यह है कि प्रशासन कितनी जल्दी और प्रभावी तरीके से इस मामले को सुलझाता है और दोषियों को सजा दिलाता है।