आकाशीय बिजली का कहर: छत्तीसगढ़ में पांच स्कूली बच्चों समेत आठ लोगों की मौत, राहत-बचाव कार्य जारी

Harsh Dongre
Harsh Dongre - Editor Kanker 35 Views
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राजनांदगांव, छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में आसमान से गिरी आकाशीय बिजली ने एक बार फिर कहर बरपाया। जोरातराई गांव में बिजली गिरने से आठ लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जिसमें पांच स्कूली बच्चे और तीन ग्रामीण शामिल हैं। इस हादसे ने पूरे क्षेत्र को गमगीन कर दिया है, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है और उसका इलाज जारी है।

घटना का विवरण

राजनांदगांव जिले के जोरातराई गांव में यह दुखद घटना 23 सितंबर 2024 को हुई। जानकारी के अनुसार, दोपहर के समय अचानक मौसम बदल गया और जोरदार बारिश शुरू हो गई। बारिश से बचने के लिए गांव के कुछ ग्रामीण और पांच स्कूली बच्चे एक पुराने खंडहर में आश्रय लेने के लिए पहुंचे। इसी बीच अचानक आकाशीय बिजली गिरने से वहां मौजूद आठ लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।

मृतकों में स्कूली बच्चों की पहचान

मृतकों में से पांच बच्चे स्थानीय स्कूल के छात्र थे, जो स्कूल से लौटते समय बारिश के कारण खंडहर में रुके थे। उनकी पहचान अभी जारी है, लेकिन घटना से गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।

घायल की स्थिति

घटना में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुआ है, जिसे तत्काल स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के अनुसार, घायल व्यक्ति की हालत नाजुक बनी हुई है और उसे बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजने की तैयारी की जा रही है।

राहत और बचाव कार्य

घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और प्रशासन की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस और बचाव दल ने स्थिति को संभालते हुए राहत और बचाव कार्य शुरू किया। मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। इसके साथ ही पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और मृतकों के परिवारों को सांत्वना दी जा रही है।

प्रशासन की प्रतिक्रिया

राजनांदगांव जिले के प्रशासन ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया और मृतकों के परिवारों को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। प्रशासन ने प्राकृतिक आपदा राहत कोष से पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।

ग्रामीणों में शोक और आक्रोश

घटना से पूरा जोरातराई गांव शोक में डूबा हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि अचानक मौसम का मिजाज बदल गया था, लेकिन इस तरह की त्रासदी की किसी ने कल्पना नहीं की थी। गांव में बच्चों की मौत से विशेष रूप से मातम का माहौल है, और लोग प्रशासन से इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए अधिक प्रभावी व्यवस्था की मांग कर रहे हैं।

प्राकृतिक आपदाओं की बढ़ती घटनाएं

यह पहली बार नहीं है जब छत्तीसगढ़ में आकाशीय बिजली से जानें गई हैं। पिछले कुछ वर्षों में राज्य में आकाशीय बिजली से कई घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें दर्जनों लोगों की जान गई है। विशेषज्ञों के अनुसार, मानसून के दौरान ऐसे हादसों की संभावना अधिक रहती है, इसलिए लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।

सुरक्षा के उपाय और जागरूकता की आवश्यकता

प्राकृतिक आपदाओं, विशेषकर आकाशीय बिजली से बचने के लिए जागरूकता की सख्त जरूरत है। विशेषज्ञों का कहना है कि बारिश के दौरान खुले स्थानों और ऊंचे पेड़ों के नीचे शरण लेना खतरनाक हो सकता है। प्रशासन को इस संबंध में ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है, ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके और लोगों की जान बचाई जा सके।

निष्कर्ष

छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले की यह घटना राज्य में प्राकृतिक आपदाओं के प्रति गंभीर चिंता उत्पन्न करती है। प्रशासन को तत्काल राहत और बचाव कार्यों के साथ-साथ भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने होंगे। इस दुखद घटना से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है, और पीड़ित परिवारों को सरकारी सहायता और सांत्वना की आवश्यकता है।

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