कवर्धा। छत्तीसगढ़ सरकार के सुशासन के एक वर्ष पूरे होने के अवसर पर प्रदेशभर में जनादेश परब का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में कवर्धा के वीर सावरकर भवन में भव्य महतारी वंदन सम्मान सम्मेलन आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में माताओं और बहनों को सम्मानित कर उनके योगदान को सराहा गया। कार्यक्रम का शुभारंभ उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल और सांसद संतोष पांडेय ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
मातृशक्ति समाज की रीढ़: उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि महतारी वंदन कार्यक्रम माताओं और बहनों के सम्मान और सशक्तिकरण का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “मातृशक्ति हमारी संस्कृति और परिवार की आधारशिला है। माताएं अपने स्नेह और ममता से परिवार को संजीवनी देती हैं। राज्य सरकार माताओं और बहनों के सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है।” उन्होंने महतारी सदन, महिला आरक्षण, और ड्रोन दीदी जैसी योजनाओं के माध्यम से महिलाओं को तकनीकी और सामाजिक रूप से सशक्त बनाने की जानकारी दी।
महिलाओं के योगदान को नमन: स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि “महतारी“ शब्द सुनते ही मन में स्नेह और ममता का भाव जागृत हो जाता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की महतारी वंदन योजना महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रही है। इसके तहत 70 लाख महिलाओं को प्रति माह 1,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है। उन्होंने महिलाओं के सम्मान को भारतीय संस्कृति की पहचान बताया और रानी लक्ष्मीबाई, रानी दुर्गावती, और रानी पद्मावती जैसी वीरांगनाओं के योगदान को याद किया।
महिलाओं का सशक्तिकरण, देश की प्रगति का आधार: सांसद संतोष पांडेय
सांसद संतोष पांडेय ने कहा कि महिलाओं के सम्मान और सशक्तिकरण के बिना किसी भी समाज या देश की प्रगति अधूरी है। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का उदाहरण देते हुए कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में देश को नई ऊंचाइयों पर ले जा रही हैं।
कवर्धा में विकास कार्यों की झलक
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने घोषणा की कि कवर्धा में 350 करोड़ रुपये की लागत से मेडिकल कॉलेज का निर्माण किया जाएगा। साथ ही, ठाकुर चौक से मेडिकल कॉलेज तक 11 करोड़ रुपये की लागत से सड़क निर्माण कार्य शुरू हो चुका है।
जनादेश परब और महतारी वंदन सम्मेलन के इस आयोजन ने माताओं और बहनों के सम्मान और सशक्तिकरण की दिशा में छत्तीसगढ़ सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।