महासमुंद – महासमुंद जिले में चालू मानसून के दौरान 01 जून 2024 से अब तक 174.1 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है। भू-अभिलेख विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, जिले में सर्वाधिक औसत वर्षा महासमुंद तहसील में 251.4 मिलीमीटर दर्ज की गई है। इसके बाद बसना में 220.1 मिलीमीटर, सरायपाली में 181.6 मिलीमीटर, पिथौरा में 160.7 मिलीमीटर, बागबाहरा में 141.5 मिलीमीटर और सबसे कम वर्षा 89.5 मिलीमीटर कोमाखान तहसील में दर्ज की गई है।
आज, 08 जुलाई को, जिले में 8.0 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई। तहसीलवार वर्षा के आंकड़ों के अनुसार, पिथौरा तहसील में 17.9 मिलीमीटर, बसना में 16.4 मिलीमीटर, सरायपाली में 9.5 मिलीमीटर, कोमाखान में 3.9 मिलीमीटर और सबसे कम 1.2 मिलीमीटर वर्षा बागबाहरा तहसील में दर्ज की गई।
महासमुंद तहसील में सबसे अधिक वर्षा होने से क्षेत्र के किसानों को राहत मिली है, क्योंकि अच्छी वर्षा खेती के लिए अनुकूल मानी जाती है। वहीं, कोमाखान तहसील में कम वर्षा होने से किसानों को चिंता का सामना करना पड़ सकता है।
जिले के विभिन्न क्षेत्रों में वर्षा के इन आंकड़ों से स्पष्ट होता है कि मानसून के दौरान वर्षा की स्थिति अलग-अलग रही है। इससे क्षेत्रीय जल संसाधनों और कृषि पैटर्न पर भी प्रभाव पड़ सकता है।
जिला प्रशासन और संबंधित विभाग वर्षा के इन आंकड़ों पर नजर रख रहे हैं और किसानों को समय-समय पर आवश्यक जानकारी और सहायता प्रदान करने के लिए तत्पर हैं। मानसून के आगे भी सक्रिय रहने की उम्मीद है, जिससे आने वाले दिनों में वर्षा की स्थिति में और बदलाव संभव है।
कुल मिलाकर, महासमुंद जिले में मानसून की वर्षा का असर विभिन्न तहसीलों में अलग-अलग रहा है, जिससे स्थानीय कृषि और जल संसाधनों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है। प्रशासन ने किसानों को सलाह दी है कि वे मौसम विभाग के पूर्वानुमानों और निर्देशों का पालन करें, ताकि फसलों की बेहतर देखभाल की जा सके।