कांकेर भानुप्रतापपुर: भानुप्रतापपुर के मोहगांव में एक गंभीर हत्या का मामला सामने आया है। यहां के एक ग्रामीण ने चरित्र शंका के चलते अपनी पत्नी की हत्या कर दी और उसके शव को धमतरी जिले के दुगली के जंगल में फेंक दिया। हत्या की पहचान मिटाने के लिए शव पर पेट्रोल डालकर जला दिया गया था। यह घटना 7 महीने पहले की है, और हाल ही में धमतरी पुलिस ने इस हत्या की गुत्थी सुलझाई है। पुलिस ने हत्या में शामिल महिला के पति और उसके भतीजे को गिरफ्तार कर लिया है।
धमतरी पुलिस के अनुसार, अज्ञात महिला का अधजला शव 7-8 फरवरी की दरम्यानी रात भोभलाबाहरा मारागांव सीसी रोड से लगभग 20 मीटर अंदर बरामद किया गया था। शव की पहचान कर जांच शुरू की गई। मृतका की पहचान 6 फरवरी 2024 को गायब हुई जयंत्री नेताम के रूप में हुई। मनराखन नेताम, जयंत्री के पति, ने हत्या की योजना अपने भतीजे रामदेव सलाम के साथ बनाई थी।
पुलिस जांच में पता चला कि मनराखन ने 7 फरवरी की सुबह पत्नी जयंत्री को घुमाने के बहाने बाइक से ले जाने का नाटक किया। रामदेव सलाम भी साथ था। मोहगांव से कांकेर, नरहरपुर होते हुए वे दुगली जंगल पहुंचे, जहां मनराखन ने पत्नी को बाइक से उतारकर उसके सिर में रॉड से हमला किया। इसके बाद उसे बेहोश कर सड़क से कुछ दूर ले जाकर फिर से हमला किया और शव पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी।
धमतरी पुलिस ने शव की पहचान की कोशिश की और शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हत्या की पुष्टि की। अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस ने छत्तीसगढ़ के 15 जिलों के गुमशुदगी रिकॉर्ड खंगाले। इसमें गरियाबंद, बीजापुर, सुकमा, कोंडागांव, कांकेर, जशपुर, बस्तर, राजनांदगांव, दंतेवाड़ा, कबीरधाम, महासमुंद, नारायणपुर, मोहला-मानपुर, सूरजपुर और बलरामपुर के गुमशुदा लोगों के हुलिए और पहनावे की तुलना की गई।
आखिरकार पुलिस ने समाधान एप का उपयोग कर हत्या के आरोपी मनराखन नेताम और उसके भतीजे रामदेव सलाम को पकड़ लिया। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले की आगे की जांच की जा रही है।