राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के तहत गणित और विज्ञान के शिक्षकों के लिए तीन दिवसीय क्रिएटिव लर्निंग कार्यशाला का आयोजन आईआईटी गांधीनगर, गुजरात में किया गया। इस कार्यशाला में कांकेर जिले के 6 शिक्षकों ने भाग लिया और जिला कांकेर का प्रतिनिधित्व किया। इन शिक्षकों में शामिल थे: अखिलेश शर्मा (शासकीय उमावि सिंगारभांट), यशवंत जैन (धनेलीकन्हार), गुलाब चंद सोन (दुधावा), डीएस निषाद (पटौद), चंद्र शेखर महलवार (कोकानपुर) और लखन लाल साहू (मोदे)।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ राज्य से 50 शिक्षकों का चयन मेरिट आधार पर परीक्षा के माध्यम से किया गया था। कार्यशाला का उद्देश्य शिक्षकों को नए और क्रिएटिव तरीके से शिक्षण विधियों से अवगत कराना था, जिससे वे अपने विद्यार्थियों को बेहतर ढंग से पढ़ा सकें और उन्हें गणित और विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ा सकें।
अखिलेश शर्मा ने बताया कि इस प्रशिक्षण से वे बच्चों को नए और प्रभावी तरीके से पढ़ाने के लिए प्रेरित हुए हैं, जिससे विद्यार्थी विषय को जल्दी और आसानी से समझ सकेंगे। यशवंत जैन ने सुझाव दिया कि छोटे-छोटे मॉडल का निर्माण कम खर्च में और सरलता से किया जा सकता है, जिससे बच्चों का ज्ञान स्थायी हो सके। गुलाब चंद सोन ने कार्यशाला को अत्यंत महत्वपूर्ण और लाभकारी बताया। डीएस निषाद ने आईआईटी में मिले अनुभवों को साझा किया और शेखर महलवार ने इस महत्वपूर्ण आयोजन के लिए एम सुधीश समग्र शिक्षा रायपुर और कार्यक्रम प्रभारी राजकुमार चापेकर की सराहना की।
शिक्षकों का मानना है कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से उन्हें एक नई ऊर्जा और प्रेरणा मिली है, जिसे वे अपने छात्रों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने में इस्तेमाल करेंगे। यह कार्यशाला उनके पेशेवर विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई है और इससे उन्होंने नई शिक्षण विधियों और विचारधाराओं को अपनाने की प्रेरणा प्राप्त की है ।