कोंडागांव – रायपुर से जगदलपुर जाने वाला प्रमुख मार्ग, जहां केशकाल घाट की मरम्मत के चलते अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है, अब लोगों के लिए परेशानी का कारण बन गया है। घाट की स्थिति सुधारने के लिए निर्माण कार्य किया जा रहा है, जिसकी वजह से यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग से यात्रा करनी पड़ रही है। इस परिवर्तित मार्ग पर बोराई वनोपज नाके में अवैध वसूली की शिकायतें सामने आई हैं, जिससे आम जनता में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
जानकारी के अनुसार, केशकाल घाट की खराब स्थिति के कारण इसे कुछ समय के लिए बंद कर दिया गया, और यातायात को दूसरे मार्गों की ओर मोड़ दिया गया। हालांकि, इस परिवर्तित मार्ग पर स्थित बोराई वनोपज नाके में वाहन चालकों से अवैध वसूली की जा रही है। वाहन चालकों का कहना है कि पहले ही उन्हें लंबे मार्ग और अधिक पेट्रोल खर्च का सामना करना पड़ रहा है, और अब इस अवैध वसूली ने उनकी मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।
यात्रियों का कहना है कि परिवर्तित मार्ग से यात्रा करना महंगा हो गया है, क्योंकि ईंधन पर अधिक खर्च होने के साथ-साथ उन्हें अवैध वसूली का भी सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या ने न केवल यात्रियों बल्कि परिवहन व्यवसाय से जुड़े लोगों की भी चिंताएं बढ़ा दी हैं।
अधिक खर्च और अवैध वसूली से परेशान लोग
रोजमर्रा के यात्रियों और व्यापारियों ने बताया कि पहले से ही लंबा रास्ता तय करने में ईंधन की अधिक खपत हो रही है, जिससे यात्रा महंगी हो गई है। ऐसे में, बोराई नाके पर अवैध रूप से वसूले जा रहे अतिरिक्त पैसों ने उनकी परेशानी को और बढ़ा दिया है। लोग इस बात को लेकर चिंतित हैं कि उन्हें नियमित रूप से इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है और कोई भी इस अवैध गतिविधि को रोकने के लिए कदम नहीं उठा रहा है।
प्रशासन से इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है, ताकि लोगों को राहत मिल सके और अवैध वसूली जैसी समस्याओं से निजात दिलाई जा सके। परिवर्तित मार्ग पर यात्रा करने वालों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए तुरंत कदम उठाने की आवश्यकता है।