कांकेर: पुलिस ने हाल ही में एक वायरल वीडियो के बाद नशेड़ियों और गांजा विक्रेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। रविवार को पुलिस ने जिले के विभिन्न थानों में ताबड़तोड़ छापेमारी कर आठ नशेड़ियों को गिरफ्तार किया, जिनमें से कई के पास से गांजा और शराब बरामद की गई। कोतवाली पुलिस की विशेष टीम ने गांजा, प्रतिबंधित नशीली दवाओं और सिरप का सेवन करने वाले और बेचने वालों के ठिकानों पर दबिश दी। इस अभियान के दौरान सार्वजनिक स्थानों पर गांजा पीते हुए पकड़े गए आरोपियों में रोहित मड़ामे, मयंक पाठक, अभय कोसरिया, रोहित बडोले, चुम्मन कोसरिया, महेश यादव, तनय मंडावी, और सुरेंद्र पटेल शामिल हैं।
पुलिस को सूचना मिली कि मटन मार्केट के पीछे एक युवक गांजा बेच रहा है। सोमवार को पुलिस ने मौके पर छापेमारी की और युवक को नदी में दौड़ाकर पकड़ लिया। आरोपी की पहचान इस्माईल खान के रूप में हुई, जिसके कब्जे से डेढ़ किलो गांजा बरामद किया गया। पुलिस ने गांजा बेचने के आरोप में आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। हालांकि, शहर में बड़े नशे के विक्रेताओं के खिलाफ अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा सकी है, जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
अंतागढ़ में शराब जब्ती की कार्रवाई
अंतागढ़ में भी पुलिस ने अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई की। पुलिस को सूचना मिली कि एक व्यक्ति स्कूटी से अवैध शराब ले जा रहा है। 1 सितंबर की रात को गोडरी मोड के पास पुलिस ने स्कूटी सवार ललित मण्डावी को पकड़ लिया और उसके कब्जे से 9,000 रुपये की शराब बरामद की। इसी तरह, ग्राम कुहचे रोड पर एक बाइक को घेराबंदी कर पकड़ा गया, जिसमें भगत ताम्रकर और सुरेश मरकाम के पास से 8,500 रुपये की शराब मिली।
कांग्रेस का आरोप और पुलिस पर सवाल
इस मामले पर जिला कांग्रेस कमेटी ने प्रेस वार्ता आयोजित कर भाजपा सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकार के आने के बाद से गली-मोहल्लों में शराब और गांजा का कारोबार बढ़ गया है। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस केवल छोटे विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई कर रही है, जबकि बड़े विक्रेताओं को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। कांग्रेस नेताओं ने पुलिस कार्रवाई की जांच की मांग की और कहा कि पुलिस शिकायतों के बावजूद एफआईआर दर्ज नहीं कर रही है। प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस नेता तरेंद्र भंडारी, जितेंद्र ठाकुर, और यासीन कराणी उपस्थित थे।