कवर्धा। पिछले दिनों छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज कर अपनी सरकार बनाई है। सरकार बनने के बाद से ही भाजपा कार्यकर्ताओं ने पूर्ववर्ती सरकार के घोटालों से पर्दा उठाना शुरू कर दिया है।
पिछले कांग्रेस सरकार के चलते छत्तीसगढ़ के सैकड़ों एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा भी हुआ है। जिससे आम जन जीवन काफी ज्यादा प्रभावित हुई है। तुष्टिकरण की राजनीति के चलते सरकार ने एक विशेष वर्ग के छत्तीसगढ़ की सरकारी जमीनों पर जबरदस्त कब्जा कराया है या कह सकते हैं की कार्यवाही न करके उनके हौसलों को और बुलंद भी किया है।
इसी क्रम में हम बात करेंगे कवर्धा की जहां कुछ सालो पहले हुई धार्मिक हिंसा ने लोगों के मन में पिछली सरकार की छवि को स्पष्ट कर दिया है। और इसी तुष्टिकरण ने जन्म दिया कवर्धा के अवैध कब्जे को।
भाजयुमो के युवा नेता सौरभ शर्मा का कहना है की पिछली सरकार ने तुष्टिकरण की राजनीति के चलते एक विशेष समाज को सरकारी जमीनों पर खुलेआम कब्जा कराया और भवन निर्माण कराया है। सौरभ शर्मा बताते हैं की भोजली तालाब के किनारे खाली पड़े मैदान पर बाउंड्री वॉल उठा कर वहां विशेष समुदाय के लिए भवन का निर्माण करा दिया गया है जो की अवैध है।
यदि शासन–प्रशासन ने अवैध कब्जों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही नही की तो इनके हौसले और भी बुलंद होंगे और वे ऐसे कब्जों को अधिक से अधिक बढ़ने का प्रयास करेंगे।