कांकेर: राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ की राजधानी में आयोजित राज्य खेल अलंकरण समारोह में जिले के दो खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया। यह समारोह मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में आयोजित हुआ, जिसमें राज्य के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन और योगदान के लिए पुरस्कृत किया गया।
पुनूराम प्रधान को शहीद विनोद चौबे सम्मान
कांकेर जिले के धावक और शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लारगांव मरकाटोला के व्याख्याता पुनूराम प्रधान को इस अवसर पर शहीद विनोद चौबे सम्मान से नवाजा गया। पुनूराम प्रधान ने जिले के खेल क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और अपने धावक करियर में कई राष्ट्रीय और राज्यस्तरीय प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। उनके इस योगदान को देखते हुए उन्हें इस प्रतिष्ठित सम्मान से सम्मानित किया गया।
राजकुमार कोरेटी को शहीद पंकज विक्रम सम्मान
इसी कार्यक्रम में खो-खो खिलाड़ी और खेलो इंडिया के कोच राजकुमार कोरेटी को शहीद पंकज विक्रम सम्मान प्रदान किया गया। राजकुमार कोरेटी ने खो-खो खेल में अपने खिलाड़ियों को प्रशिक्षित कर राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनकी इस उपलब्धि ने न केवल जिले बल्कि पूरे राज्य का मान बढ़ाया है।
विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
इस कार्यक्रम में कई गणमान्य अतिथि उपस्थित थे, जिनमें विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, राज्य सभा सदस्य रामविचार नेताम, खेल मंत्री टंक राम वर्मा, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, और संचालक तनुजा सलाम प्रमुख रूप से शामिल थे। इन सभी ने पुरस्कार प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
स्थानीय स्तर पर बधाइयों का तांता
इस सम्मानित उपलब्धि के बाद पुनूराम प्रधान और राजकुमार कोरेटी को जिलेभर से बधाइयों का तांता लगा रहा। जिले के प्रमुख व्यक्तियों और स्थानीय नागरिकों ने इन दोनों खिलाड़ियों को उनकी सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं। जीवनलाल नाग, भागेशवर पात्र, देव राम नाग, बलविंदर कौर, चंद्रकांत साहू, अशोक कोर्राम, बृज लाल साहू, देवी सिंह कृषान, सहदेव टांडिया, अन्नपूर्णा देवी ठाकुर, रघुनंदन कोडोपी, पवन सेन, अनुपम आदि ने विशेष रूप से इन दोनों खिलाड़ियों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन और सम्मान के लिए बधाई दी।
खेल क्षेत्र में प्रेरणा का स्रोत
पुनूराम प्रधान और राजकुमार कोरेटी की इस उपलब्धि ने न केवल जिले के खेल क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बना है। इनके सम्मान से जिले के अन्य युवा खिलाड़ियों में भी खेल के प्रति जोश और समर्पण का भाव बढ़ा है। यह सम्मान उन सभी के लिए एक प्रेरणा है, जो खेल के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं।
कांकेर जिले के ये दोनों खिलाड़ी अपने अथक प्रयास और समर्पण से खेल के क्षेत्र में और भी अधिक ऊंचाइयां छूएं, यही जिलेवासियों की शुभकामना है।