रायपुर । छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के खरोरा क्षेत्र के फरहदा गांव में रविवार शाम को असामाजिक तत्वों द्वारा भगवान कृष्ण की मूर्ति और गोवर्धन पर्वत को खंडित कर दिया गया। इस घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है और वे दोषियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, असामाजिक तत्वों ने मूर्ति को एक बड़े पत्थर से तोड़ दिया, जिससे भगवान कृष्ण की मूर्ति का सिर गायब हो गया। इस घटना की जानकारी जैसे ही गांव में फैली, बड़ी संख्या में ग्रामीण इकट्ठा हो गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे। रात में ही गांव की स्थिति को संभालने के लिए 50 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया था ताकि शांति व्यवस्था बनी रहे।
ग्रामीणों का आक्रोश
घटना के बाद नाराज ग्रामीणों ने देर रात तक विरोध जताया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उनकी मांग थी कि मूर्ति तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। पुलिस ने ग्रामीणों को असामाजिक तत्वों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई करने का आश्वासन दिया, जिसके बाद प्रदर्शन समाप्त हुआ।
पुलिस की कार्रवाई
फरहदा गांव में मूर्ति तोड़े जाने की घटना के बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और दोषियों की पहचान करने की कोशिश कर रही है। पुलिस का कहना है कि दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा और उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामीणों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद गांव में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह की घटना उनकी धार्मिक भावनाओं को आहत करती है और वे इस प्रकार की असामाजिक गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने पुलिस से मांग की है कि इस मामले में शीघ्र न्याय हो और दोषियों को कड़ी सजा मिले।
इस घटना ने क्षेत्र में धार्मिक सद्भावना को ठेस पहुंचाई है और ग्रामीणों के मन में आक्रोश और असुरक्षा की भावना को जन्म दिया है। पुलिस प्रशासन द्वारा त्वरित कार्रवाई और दोषियों की गिरफ्तारी से ही ग्रामीणों की नाराजगी शांत हो सकेगी।