कांकेर: जिले में चल रही स्कूली खेल प्रतियोगिताओं में खिलाड़ियों के साथ असंवेदनशील व्यवहार की एक गंभीर घटना सामने आई है। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भर्रीटोला और शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चंदेली के विद्यार्थियों को प्रतियोगिता स्थल तक पहुंचाने के लिए भेड़-बकरियों की तरह मालवाहक वाहन बोलोरो पिकअप में ठूस दिया गया। यह घटना, विभाग द्वारा विद्यार्थियों को केवल बसों में ले जाने के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद, पिछले शनिवार को घटित हुई।
प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए लगभग 22 विद्यार्थी कांकेर पहुंचे थे। इन बच्चों को सुरक्षित और उचित परिवहन व्यवस्था के बजाय, मालवाहक वाहन में ठूसकर ले जाया गया, जिससे उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर प्रश्न उठ रहे हैं। यह स्थिति तब उत्पन्न हुई जब शिक्षक विभाग की दिशानिर्देशों की अनदेखी करते हुए बच्चों को इस प्रकार के वाहन में लाया गया।
दृश्य में देखा गया कि कुछ बच्चे वाहन के ऊपर लटक रहे थे, जबकि शिक्षक निजी वाहनों में उनके आगे-पीछे चल रहे थे। इस प्रकार के वाहन में यात्रा करने से कई बार हादसे भी हो चुके हैं, लेकिन इस बार भी नियमों की अवहेलना की गई।
इस मामले पर जिला शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार पटेल ने कहा कि “सभी छात्रों को बसों के माध्यम से प्रतियोगिता स्थल पर लाने और वापस ले जाने के निर्देश हैं। शनिवार की घटना की जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चंदेली के क्रीड़ा शिक्षक मनीष सिन्हा ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि “ग्राम चंदेली में नियम अनुसार वाहन उपलब्ध नहीं होने के कारण बच्चों को बोलोरो पिकअप में ले जाया गया।” उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा करना नियमों के खिलाफ नहीं है।
वहीं, वाहन चालक गोल्डी साहू ने स्वीकार किया कि “उन्हें प्रधानाध्यापक माखनलाल साहू और क्रीड़ा अध्यापक हमेंद्र साहू द्वारा दिशा निर्देश दिए गए थे, लेकिन यह बहुत गलत था।
यह घटना विभागीय व्यवस्थाओं और नियमों की पुनरावृत्ति की मांग करती है ताकि भविष्य में खिलाड़ियों के साथ इस प्रकार के अमानवीय व्यवहार की पुनरावृत्ति न हो।