नरहरपुर (कांकेर) – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत कपि देवी क्लस्टर संगठन की वार्षिक आमसभा का आयोजन कांकेर जिले के नरहरपुर क्षेत्र के ग्राम सुरही में बड़े धूमधाम से संपन्न हुआ। इस सभा में महिलाओं ने अपनी आजीविका और आत्मनिर्भरता के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी और साझा किया कि इन प्रयासों से उनके जीवन में किस तरह के सकारात्मक बदलाव आ रहे हैं।

कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को एक मंच प्रदान करना था, जहां वे अपने अनुभव और सफलताएं एक-दूसरे के साथ साझा कर सकें और दूसरों को भी प्रेरित कर सकें। महिलाओं ने अपने व्यवसायों, छोटे उद्योगों, और खेती से जुड़े अनुभवों को साझा किया, जिससे उन्हें अपनी आजीविका को बेहतर करने में मदद मिली है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि किस प्रकार राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत उन्हें वित्तीय सहायता और प्रशिक्षण प्राप्त हुआ, जिससे वे आत्मनिर्भर बन रही हैं।
महिला मोर्चा की प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति
इस विशेष अवसर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत और महिला मोर्चा जिला महामंत्री मीरा सलाम जी विशेष रूप से उपस्थित रहीं। दोनों ने महिलाओं को प्रोत्साहित करते हुए उनके प्रयासों की सराहना की और उन्हें और भी ऊँचाइयों तक पहुँचने के लिए प्रेरित किया। शालिनी राजपूत ने कहा, “आज ग्रामीण महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं और अपने परिवारों को आर्थिक रूप से सशक्त बना रही हैं। यह बदलाव न केवल उनके जीवन में बल्कि पूरे समाज में परिवर्तन ला रहा है।”
मीरा सलाम जी ने कहा, “महिलाएं आज हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही हैं और हमें गर्व है कि वे आगे बढ़कर समाज को सशक्त बना रही हैं।”
विधायक आशाराम नेताम की भागीदारी
कार्यक्रम में कांकेर लोकसभा क्षेत्र के विधायक आशाराम नेताम ने भी शिरकत की। उन्होंने ग्रामीण महिलाओं के योगदान की सराहना की और उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया। नेताम जी ने कहा, “राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ने महिलाओं के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव लाया है। यह मिशन न केवल उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बना रहा है, बल्कि उन्हें अपने अधिकारों के प्रति जागरूक भी कर रहा है।”
उन्होंने महिलाओं से अपील की कि वे मिशन के तहत चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लें और अपने गांवों को विकास की दिशा में अग्रसर करें। नेताम जी ने यह भी बताया कि सरकार किस तरह से ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए निरंतर प्रयास कर रही है और महिलाओं की भागीदारी इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
महिलाओं के जीवन में हो रहा बदलाव
इस सभा में महिलाओं ने बताया कि किस प्रकार राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ने उनके जीवन को बेहतर बनाने में सहायता की है। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि इस मिशन से उन्हें न केवल वित्तीय मदद मिली है, बल्कि उन्हें विभिन्न व्यवसायों की ट्रेनिंग भी दी गई है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन रही हैं।
महिलाओं ने सिलाई-कढ़ाई, बकरी पालन, मुर्गी पालन, और छोटे उद्योगों के संचालन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि किस प्रकार वे अपने परिवारों की आर्थिक स्थिति को सुधारने में सफल रही हैं। साथ ही, अन्य महिलाओं को भी इस मिशन का लाभ उठाने और अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रेरित किया।
भविष्य की योजनाएँ
सभा के अंत में महिलाओं ने भविष्य की योजनाओं पर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि वे किस प्रकार अपने व्यवसायों का विस्तार करना चाहती हैं और और अधिक महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए जोड़ना चाहती हैं। साथ ही, सरकार और संगठन की ओर से दी जा रही सुविधाओं और योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाने का संकल्प लिया।
निष्कर्ष
कुल मिलाकर, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत आयोजित इस वार्षिक आमसभा ने ग्रामीण महिलाओं को एक ऐसा मंच प्रदान किया, जहां वे अपनी सफलता की कहानियों को साझा कर सकें और दूसरों को प्रेरित कर सकें। यह सभा न केवल उनके लिए एक महत्वपूर्ण अनुभव रही, बल्कि इससे यह भी साबित हुआ कि महिलाएं किस तरह से आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रही हैं और अपने परिवारों के साथ-साथ समाज को भी सशक्त बना रही हैं।