लखनपुर, सरगुजा – सरगुजा जिले के लखनपुर थाना क्षेत्र के कुंवरपुर गांव में एक दोस्त को अपने मित्र को नशेड़ी और शराबी कहकर चिढ़ाना भारी पड़ गया। इस अपमान से नाराज दोस्त ने धारदार हथियार से गला रेतकर अपने ही जिगरी दोस्त की हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी नीरज साहू को गिरफ्तार कर लिया है।
कुंवरपुर लटोरी जाने वाले मार्ग में एक व्यक्ति की लाश मिली थी, जिसके गले को धारदार हथियार से काटा गया था। इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी। मृतक के सिर और पेट पर भी कई बार हथियार से वार किए गए थे। मृतक की पहचान लखनपुर बाजारपारा निवासी मुकेश यादव के रूप में हुई।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
पुलिस ने जांच शुरू की और मृतक के दोस्त नीरज साहू को हिरासत में लेकर पूछताछ की। प्रारंभिक जांच में पता चला कि मुकेश यादव और नीरज साहू अच्छे दोस्त थे और अक्सर एक साथ समय बिताते थे। दोनों एक साथ शराब सेवन भी करते थे। शराब के नशे में मुकेश यादव अक्सर नीरज साहू को नशेड़ी और शराबी कहकर चिढ़ाता था, जिससे नीरज साहू नाराज हो गया था।
हत्या का कारण
नीरज साहू ने पुलिस को बताया कि मुकेश का उसे नशेड़ी कहकर चिढ़ाना उसे बेहद बुरा लगता था। मुकेश यह भी कहता था कि नीरज नशा मुक्ति केंद्र भी जा चुका है, जिससे नीरज को गहरा अपमान महसूस होता था। इसी अपमान और खुन्नस में आकर नीरज ने मुकेश की हत्या की योजना बनाई।
घटना के दिन, नीरज साहू ने अपने घर से चाकू और डंडा लिया और मुकेश के घर पहुंचा। उसने मुकेश को सुबह घूमने के बहाने कुंवरपुर नहर की तरफ चलने को कहा। एक सूनसान जगह पहुंचने पर नीरज ने मुकेश के गले पर चाकू से हमला किया और पेट में भी कई बार वार किए।
पुलिस की जांच और गिरफ्तारी
सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। पुलिस को जल्द ही पता चला कि नीरज साहू और मुकेश यादव अक्सर साथ रहते थे। शक के आधार पर नीरज को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की गई, जिसमें उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने नीरज साहू को गिरफ्तार कर लिया है और हत्या की धारा के तहत अपराध दर्ज कर जेल भेज दिया है।
इस हृदयविदारक घटना ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है। यह मामला न केवल दोस्ती के विश्वासघात का उदाहरण है, बल्कि समाज में नशे के दुष्परिणामों को भी उजागर करता है। पुलिस ने इस घटना के बाद ग्रामीणों से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के विवाद को कानून के माध्यम से हल करें और स्वयं न्याय करने का प्रयास न करें।