रायगढ़ छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में वन्यजीव संरक्षण के दृष्टिकोण से एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जिसमें तीन हाथियों की करंट लगने से मृत्यु हो गई। इस दुर्घटना के बाद वन विभाग में हड़कंप मच गया है। यह घटना घरघोड़ा वन परिक्षेत्र के चुह्कीमार जंगल में हुई, जहाँ 11 केवी हाई-वोल्टेज बिजली की लाइन का तार टूटने से तीन हाथी करंट की चपेट में आ गए। इस हादसे में एक बड़ा हाथी, एक युवा हाथी और एक छोटे हाथी की मौत हो गई है।
घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग में हड़कंप
घटना की खबर मिलते ही वन विभाग की टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। जिला वन अधिकारी (डीएफओ) भी घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके हैं और घटनास्थल पर स्थिति का जायजा लेने के लिए वन कर्मियों की एक बड़ी टीम वहां मौजूद है। वन विभाग के अनुसार यह घटना जंगल में बिछे हुए बिजली के तारों के टूट जाने के कारण हुई, जिससे यह हादसा हुआ।
वन विभाग द्वारा घटना की जांच जारी
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस दुखद घटना के कारणों की विस्तृत जांच की जा रही है। वन विभाग यह समझने की कोशिश कर रहा है कि जंगल में यह तार कैसे टूटा और क्या इसे रोकने के लिए पहले से कोई व्यवस्था की जा सकती थी। हाथियों की मौत के बाद स्थानीय अधिकारियों ने बिजली विभाग से भी इस घटना पर चर्चा शुरू कर दी है, ताकि जंगलों में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके।
बिजली विभाग पर सवाल
इस दुर्घटना के बाद बिजली विभाग की सुरक्षा और निगरानी पर सवाल खड़े हो रहे हैं। जंगलों के बीच से गुजरने वाली बिजली लाइनों की नियमित निगरानी और मेंटेनेंस न होने के कारण वन्यजीवों के जीवन को खतरा हो रहा है। वन विभाग और बिजली विभाग के बीच बेहतर समन्वय और जंगलों में बिजली की लाइनों की नियमित जांच आवश्यक है ताकि इस प्रकार की दुर्घटनाओं को टाला जा सके।
वन्यजीव संरक्षण के प्रति लापरवाही
इस प्रकार की घटनाएं वन्यजीवों के प्रति हमारी लापरवाही को उजागर करती हैं। जंगलों में फैली बिजली लाइनों की स्थिति और उनके मेंटेनेंस का ध्यान न रखना वन्यजीव संरक्षण के प्रति हमारी असंवेदनशीलता को दर्शाता है। हाथी जैसे वन्यजीवों का जंगलों में विचरण सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा है, लेकिन इस प्रकार की दुर्घटनाओं से वन्यजीव संरक्षण की हमारी प्रतिबद्धता पर सवाल खड़ा हो रहा है।
वन विभाग द्वारा आगे की कार्रवाई
वन विभाग इस घटना के मद्देनजर आवश्यक कदम उठाने की तैयारी कर रहा है। वन अधिकारियों ने बताया कि घटना की पूरी जांच के बाद बिजली विभाग के साथ एक संयुक्त योजना बनाई जाएगी ताकि जंगलों में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। साथ ही, वन्यजीवों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विशेष सावधानियाँ बरतने के आदेश दिए जाएंगे।
निष्कर्ष: यह दुर्घटना हमारे वन्यजीवों और उनके प्राकृतिक आवास की सुरक्षा के प्रति गंभीरता से सोचने की आवश्यकता को दर्शाती है। वन्यजीव संरक्षण के प्रति हमारी सजगता और वन्यजीवों के लिए सुरक्षित वातावरण प्रदान करने की प्रतिबद्धता का पालन जरूरी है। वन विभाग और बिजली विभाग के समन्वय से जंगलों में बिछी बिजली लाइनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में कदम उठाए जाने चाहिए, ताकि भविष्य में इस प्रकार की दुःखद घटनाओं को रोका जा सके।