कबीरधाम। नगर पालिका चुनाव को लेकर जिले के सभी नगरीय निकायों में वार्डों की आरक्षण प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। आरक्षण प्रक्रिया के बाद कई नेताओं के वार्ड आरक्षित हो जाने के कारण वे चुनावी दौड़ से बाहर हो गए हैं। इस बीच, चुनावी सरगर्मी के साथ नए दावेदारों के नाम सामने आने लगे हैं।
इसी कड़ी में कांग्रेस के युवा नेता विकास केशरी का नाम भी प्रमुखता से चर्चा में है। विकास मूल रूप से वार्ड क्रमांक 24 के निवासी हैं और उनका परिवार वार्ड क्रमांक 6 में भी निवास करता है।
कई उपलब्धियों के साथ राजनीतिक अनुभव
विकास केशरी ने राजनीति में एक लंबा और सक्रिय सफर तय किया है। वे पूर्व में पीजी कॉलेज के अध्यक्ष का चुनाव जीत चुके हैं, जिसमें उन्होंने प्रदेश में सबसे अधिक मतों से जीत दर्ज कर एक रिकॉर्ड बनाया था, जो आज तक नहीं टूटा है। इसके अलावा, वे लगभग आठ वर्षों तक एनएसयूआई के अध्यक्ष रहे और अपने मुखर आंदोलनों के लिए खासे चर्चित रहे।
कांग्रेस सरकार के दौरान विकास को राजीव युवा मितान क्लब का समन्वयक नियुक्त किया गया था, जहां उन्होंने युवाओं की टीम बनाकर छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर को जीवित रखने और सामाजिक कार्यक्रमों के आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाई।
धार्मिक आयोजनों में विशेष भूमिका
विकास केशरी को कवर्धा में महाकाल भक्त के रूप में भी पहचाना जाता है। वे लगातार विभिन्न धार्मिक आयोजनों जैसे महाकाल की बारात, चुनरी यात्रा और कांवड़ यात्रा में सक्रिय भूमिका निभाते रहे हैं।
ओजस्वी वक्ता और संगठन क्षमता के लिए जाने जाते हैं
बॉटनी में मास्टर डिग्री हासिल कर चुके विकास को पार्टी में एक ओजस्वी वक्ता और संगठन के कार्यों में निपुण नेता के रूप में जाना जाता है। इससे पहले, 2018 में भी उनका नाम नगर पालिका अध्यक्ष पद के दावेदारों में शामिल था।
नगर पालिका अध्यक्ष पद के आरक्षण का इंतजार
फिलहाल, नगर पालिका अध्यक्ष पद का आरक्षण घोषित नहीं हुआ है। हालांकि, कयास लगाए जा रहे हैं कि यदि यह पद अनारक्षित रहता है, तो कांग्रेस विकास केशरी पर भरोसा जताते हुए उन्हें चुनावी मैदान में उतार सकती है।
चुनावी तैयारियों के बीच विकास अपने समर्थकों और पार्टी नेताओं के साथ लगातार चर्चा कर रहे हैं। उनका नाम प्रमुख दावेदारों में शामिल होना इस बात का संकेत है कि आगामी नगर पालिका चुनावों में कांग्रेस की ओर से उनकी भूमिका अहम हो सकती है।