कांकेर: ग्राम करप से अमोड़ा तक की सड़क की हालत दिनों-दिन खराब होती जा रही है। यह सड़क लोक निर्माण विभाग और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क विभाग की जिम्मेदारी के तहत आती है, लेकिन दोनों ही विभाग सड़क की मरम्मत और रखरखाव के प्रति लापरवाह बने हुए हैं। परिणामस्वरूप, सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं, जिससे आवागमन में गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।
ग्राम करप से बुदेली तक की सड़क लोक निर्माण विभाग ने 12 वर्ष पहले बनवाई थी, जबकि बुदेली से सोनपुर तक की सड़क प्रधानमंत्री ग्राम सड़क विभाग ने 8 वर्ष पहले बनाई थी। हालांकि, इन दोनों विभागों ने सड़क तो बनवा दी, लेकिन रखरखाव की कोई व्यवस्था नहीं की, जिससे सड़क अब पूरी तरह कंडम हो चुकी है। गड्ढों में गिट्टी और मलबा डालकर काम चलाया जा रहा है, लेकिन यह अस्थायी उपाय साबित हो रहा है।
ग्राम सोनपुर से अमोड़ा तक की सड़क कच्ची है, और ग्रामीणों की मांग है कि इसे डामरीकरण या सीमेंटीकरण करके नया किया जाए। खराब सड़क की वजह से रात के अंधेरे में यात्रा करना खतरनाक हो जाता है, खासकर अमोड़ा से सरोना जाने के शॉर्टकट मार्ग पर। कई गांव के लोग इसी मार्ग से आवागमन करते हैं, जिससे उन्हें कठिनाई का सामना करना पड़ता है।
ग्रामीणों ने इस समस्या के बारे में बताते हुए कहा कि सड़क के गड्ढों के कारण कई बार सड़क पर गिरकर लोग घायल हो चुके हैं। बुदेली के श्याम सुरोजिया, ईश्वर महावीर, सुशीला महावीर, नागेंद्र सुरोजिया, शिवेंद्र सुरोजिया, आत्मा साहू, और सोनपुर के दौलत कोड़ोपी ने बताया कि गड्ढों में गिट्टी और मलबा डालने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन यह समस्या का स्थायी समाधान नहीं है। उन्होंने सड़क पर नए सिरे से डामरीकरण कराने की मांग की है।
इसके अतिरिक्त, सोनपुर से झलियामारी मार्ग भी खराब हो चुका है, और ग्राम पंचायत सालों से इस मार्ग पर 2 किलोमीटर सीसी सड़क बनाने की मांग कर रही है। इस मार्ग की खस्ताहाली विशेषकर बुदेली हायर सेकेंडरी स्कूल आने वाले छात्रों के लिए बड़ी समस्या बन गई है। चैनसिंग पटेल और जगदीश नेताम ने बताया कि सड़क में गड्ढों की वजह से कई बार छात्र गिरकर घायल हो चुके हैं। बारिश के दौरान सड़क की स्थिति और भी खराब हो जाती है, जिससे आवागमन की दिक्कतें बढ़ जाती हैं।
ग्रामीणों ने संबंधित विभागों से सख्त कार्रवाई की मांग की है ताकि उनकी समस्याओं का शीघ्र समाधान हो सके और सुरक्षित आवागमन सुनिश्चित हो सके।