मरवाही वनमंडल के जंगलों में एक बार फिर भालू ने ग्रामीणों पर हमला कर दिया है, जिसमें 28 वर्षीय युवक की मौत हो गई और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। यह घटना मरवाही थाना क्षेत्र के सिवनी के पास बदरोड़ी पंचायत में रविवार सुबह की है।
रविवार की सुबह हरियाली अमावस्या का त्यौहार मातम में बदल गया जब मादा भालू के हमले से एक युवक की मौत हो गई और उसके दो साथी गंभीर रूप से घायल हो गए। बताया जा रहा है कि सुबह छाब लाल (28 वर्ष) अपने दो अन्य ग्रामीण साथियों के साथ हरियाली अमावस्या के त्योहार के कारण तेंदू की टहनी लेने बदरोड़ी के जंगलों में गए हुए थे।
जब तीनों ग्रामीण जंगल में अपने कार्य में लगे हुए थे, तभी उनका सामना अपने बच्चों के साथ घूम रही एक मादा भालू से हुआ। इससे पहले कि वे कुछ समझ पाते, मादा भालू ने अचानक उन पर हमला कर दिया। भालू ने तीनों ग्रामीणों को बुरी तरह से नोंच डाला। इस अचानक हुए हमले से कुछ ग्रामीणों ने भागकर अपनी जान बचाई, लेकिन छाब लाल (28) गंभीर रूप से घायल हो गए और मौके पर ही दम तोड़ दिया।
भालू के हमले से गंभीर रूप से घायल हुए दो ग्रामीण, घासीराम और संतलाल, को तुरंत 108 संजीवनी एक्सप्रेस के माध्यम से मरवाही सीएचसी लाया गया। उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
घटना की सूचना पर वन विभाग की टीम तुरंत सक्रिय हो गई। वे घायलों के इलाज और आगे की कार्रवाई में जुट गए हैं। वन विभाग की टीम ने बताया कि वे स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और ग्रामीणों को जंगल में सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
इस घटना ने ग्रामीणों में भय और चिंता का माहौल बना दिया है। हरियाली अमावस्या का त्यौहार जो खुशियों और उमंग के साथ मनाया जाता था, वह इस घटना के कारण मातम में बदल गया। ग्रामीणों ने वन विभाग से अपील की है कि वे जंगल में रहने वाले जंगली जानवरों की सुरक्षा और निगरानी के लिए और कदम उठाएं, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही क्षेत्र में यह घटना एक गंभीर चेतावनी है कि जंगल में रहने वाले जंगली जानवरों के साथ सतर्कता बरतना आवश्यक है। वन विभाग की टीम को इस दिशा में अधिक सतर्कता और सावधानी बरतने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके। ग्रामीणों को भी जंगल में जाते समय सावधानी बरतने और समूह में जाने की सलाह दी गई है।