कवर्धा। छत्तीसगढ़ सरकार के सुशासन और ग्रामीण विकास की नीति के तहत कबीरधाम जिले के वनांचल क्षेत्र में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए कुकदूर परियोजना ने नई मिसाल पेश की है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में चल रही योजनाओं ने ग्रामीण जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का काम किया है।
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा दैहानटोला स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में महतारी वंदन योजना के तहत विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर हितग्राहियों को ‘विष्णु पाती’ वितरित की गई, जिसमें योजना से संबंधित जानकारी और लाभ लेने के तरीके शामिल थे। कार्यक्रम में महिलाओं के लिए कुर्सी दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसने ग्रामीण महिलाओं के बीच उत्साह का संचार किया।
इस आयोजन में 25 से अधिक महिलाओं ने हिस्सा लिया और कार्यक्रम को पर्यवेक्षक दिव्या जायसवाल की देखरेख में सफलतापूर्वक संपन्न किया गया। ग्रामीण महिलाओं ने इसे आत्मविश्वास और सशक्तिकरण का अनोखा मंच बताया।
महतारी वंदन योजना: आर्थिक संबल का आधार
छत्तीसगढ़ सरकार की महतारी वंदन योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा कदम साबित हो रही है। इस योजना के तहत महिलाओं को हर माह एक हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जाती है। यह राशि महिलाओं की छोटी-छोटी जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ उनके आत्मसम्मान को भी बढ़ा रही है।
लाभार्थी महिलाओं ने योजना की सराहना करते हुए कहा कि यह केवल आर्थिक सहायता तक सीमित नहीं है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का साधन बन गई है। कोई इस राशि से बच्चों की शिक्षा में निवेश कर रही है, तो कोई अपने छोटे व्यापार को बढ़ावा दे रही है। कुछ महिलाएं इसे खेती-बाड़ी के उन्नत तरीकों में इस्तेमाल कर रही हैं।
कार्यक्रम में आयोजित कुर्सी दौड़ प्रतियोगिता ने महिलाओं में ऊर्जा और उत्साह भरने का काम किया। इसे केवल एक खेल नहीं, बल्कि आत्मविश्वास बढ़ाने और सामाजिक भागीदारी का माध्यम माना गया। इस आयोजन ने यह साबित किया कि सरकार की योजनाएं न केवल आर्थिक मदद प्रदान कर रही हैं, बल्कि महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
छत्तीसगढ़ सरकार के इस कदम को ग्रामीण महिलाओं ने खुले दिल से सराहा है। यह पहल महिलाओं के जीवन को सशक्त बनाने और उनकी भूमिका को समाज में और मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।