रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जल्द ही नवा रायपुर के नए सीएम हाउस में शिफ्ट होने की तैयारी में हैं। आज से नए सीएम हाउस में पूजा-पाठ की प्रक्रिया भी आरंभ हो गई है। नवरात्रि या दीपावली के अवसर पर मुख्यमंत्री के शिफ्ट होने की संभावना है, हालाँकि इस संबंध में अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
नया सीएम हाउस: सुविधाएँ और विशेषताएँ
नवा रायपुर के सेक्टर 24 में स्थित नए सीएम हाउस का निर्माण 8 एकड़ भूमि पर किया गया है, जिसकी कुल लागत 65 करोड़ रुपये है। भवन का फ्रंट एलिवेशन का कार्य पूरा हो चुका है और अंदरूनी सजावट तथा विद्युतीकरण का कार्य जारी है। इस अत्याधुनिक सीएम हाउस में निम्नलिखित विशेषताएँ हैं:
– 6 बेडरूम: मुख्यमंत्री और उनके परिवार के लिए पर्याप्त निजी स्थान।
– फैमिली और लिविंग रूम: आराम और मेहमानों के स्वागत के लिए।
– प्राइवेट थिएटर: मनोरंजन के लिए।
– हेल्थ सेंटर : स्वास्थ्य सेवाओं के लिए।
– बड़ी लाइब्रेरी: अध्ययन और जानकारी के लिए।
सुरक्षा के दृष्टिकोण से, नए सीएम हाउस में हाईटेक सुरक्षा व्यवस्था स्थापित की गई है। इसमें सीसीटीवी कैमरे, टायर ब्लास्टर और सुरक्षा की निगरानी के लिए एक कंट्रोल रूम शामिल हैं।
मंत्रियों के लिए नए बंगले
सीएम हाउस के पास कुल 14 बंगलों का निर्माण किया गया है, जिनमें से कृषि मंत्री रामविचार नेताम पहले ही रहना शुरू कर चुके हैं। खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल और महिला बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के बंगलों में फिनिशिंग का कार्य जारी है, और वे भी जल्द ही नए बंगले में शिफ्ट हो सकते हैं।
अफसरों के लिए बड़े बंगलों का निर्माण
राज्य के 23 वर्षों के इतिहास में पहली बार अफसरों के लिए इतने बड़े बंगलों का निर्माण हो रहा है। नवा रायपुर के सेक्टर 18 में 78 अफसरों के बंगलों का निर्माण किया जा रहा है, जिनका आकार लगभग आधा एकड़ या 22,000 वर्गफीट है। इन बंगलों में बड़ा लॉन एरिया भी होगा, जो वर्तमान में उपलब्ध 4,000 वर्गफीट के बंगलों की तुलना में काफी बड़ा है।
निष्कर्ष
नया सीएम हाउस और अधिकारियों के बंगलों का यह निर्माण छत्तीसगढ़ में सरकारी आवास के स्तर को ऊँचा उठाएगा। इससे न केवल सुविधाएँ बढ़ेंगी, बल्कि यह राज्य के विकास और आधुनिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी साबित होगा। मुख्यमंत्री साय के नए निवास में धार्मिक क्रियाएँ भी इस बात का संकेत हैं कि यह स्थान न केवल राजनीतिक बल्कि सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण होगा।