कवर्धा: “स्वच्छता ही सेवा” अभियान के अंतर्गत आज भोरमदेव रोवर ओपन क्रू कवर्धा, मां सिंहवाहिनी ओपन रेंजर टीम कवर्धा, और स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट हिन्दी माध्यम विद्यालय कवर्धा के स्काउट-गाइड, रोवर-रेंजर ने संयुक्त रूप से नगर के सिग्नल चौक पर एक भव्य स्वच्छता रैली का आयोजन किया। इस रैली की विशेष थीम **स्वभाव स्वच्छता और संस्कार स्वच्छता** पर आधारित थी, जिसका उद्देश्य नगरवासियों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना और स्वच्छता को जीवन का अभिन्न अंग बनाने के लिए प्रेरित करना था।
रैली का नेतृत्व और उद्देश्य
रैली का नेतृत्व प्रधान पाठक दुर्गेश पाण्डेय और रोवर स्काउट लीडर विजय कुमार साहू ने किया। रैली में स्काउट-गाइड और रोवर-रेंजरों ने विभिन्न बैनर, श्लोक और नारों के माध्यम से स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक किया। इन नारों में प्रमुख थे: *गंदगी को दूर भगाओ, स्वच्छ भारत बनाओ*, *स्वच्छ रहोगे, स्वस्थ रहोगे*, *शौचालय रखो साफ, नहीं लाओगे बीमारियाँ साथ*, *नदियों को रखो साफ, ये हैं हमारी सभ्यता की पहचान*।
रैली का संदेश: स्वच्छता का महत्व
स्वभाव स्वच्छता और संस्कार स्वच्छता की थीम के माध्यम से रैली ने यह संदेश दिया कि न केवल हमारे आसपास की जगहें स्वच्छ होनी चाहिए, बल्कि हमारे विचार, व्यवहार और आचरण भी स्वच्छता के प्रतीक होने चाहिए। स्वच्छता न केवल हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित करती है, बल्कि यह समाज के प्रति हमारी जिम्मेदारी का भी द्योतक है। रैली के दौरान स्काउट-गाइड और रोवर-रेंजरों ने नगरवासियों से अपील की कि वे अपने घरों, गलियों और सार्वजनिक स्थलों की स्वच्छता के साथ-साथ मानसिक और सांस्कृतिक स्वच्छता को भी महत्व दें।
विशेष अतिथि और सहभागिता
इस कार्यक्रम में विशेष रूप से जिला संगठन आयुक्त (स्काउट) श्री अजय चंद्रवंशी, गाइड कैप्टिन श्रीमती संजू मिश्रा, और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही। उपस्थित लोगों में पुष्पांजलि, अनुजा, शीतला, दामिनी, भूमिका, अखिलेश्वरी, निकिता, देवकुमारी, वाणी, सुमन, राधा, परमेश्वरी, मनीषा, ज्योति, पूनम, सिमरन, रुपाली और ओंकारेश्वर शामिल थे। सभी ने उत्साहपूर्वक स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने का कार्य किया और नगरवासियों को स्वच्छता बनाए रखने का संकल्प दिलाया।
स्वच्छता का व्यापक संदेश
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित वक्ताओं ने बताया कि स्वच्छता केवल बाहरी नहीं, बल्कि आंतरिक भी होनी चाहिए। हमारे संस्कार, हमारे आचरण और हमारे विचार भी उतने ही स्वच्छ होने चाहिए जितने कि हमारे घर और गलियां। स्काउट-गाइड ने लोगों को यह समझाया कि अगर हम स्वच्छता को अपने जीवन का हिस्सा बना लें, तो न केवल हमारा स्वास्थ्य बेहतर होगा, बल्कि हमारा समाज भी स्वस्थ और समृद्ध बनेगा।