जांजगीर-चांपा। समय के साथ अपराधी नए-नए तरीकों से लोगों को धोखा देने के प्रयास कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला बलौदा थाना क्षेत्र के ग्राम चारपारा में सामने आया है, जहां एक व्यक्ति ने खुद को जिला कलेक्टर बताकर ग्राम पंचायत सरपंच से सीसी रोड स्वीकृति के नाम पर कमीशन की मांग की। सरपंच की सूझबूझ और सतर्कता से यह फर्जीवाड़ा पकड़ में आ गया और पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
ग्राम चारपारा के सरपंच ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि 16 अक्टूबर को एक व्यक्ति ने फोन कर खुद को जिला कलेक्टर बताया। उसने कहा कि ग्राम पंचायत में सीसी रोड के निर्माण के लिए 10 लाख रुपये की स्वीकृति दी गई है। इसके बदले उस व्यक्ति ने 10 प्रतिशत कमीशन के रूप में 1 लाख रुपये की मांग की। साथ ही यह भी बताया कि स्वीकृत राशि एक सप्ताह के भीतर उनके खाते में पहुंच जाएगी। इस बात पर सरपंच को संदेह हुआ और उन्होंने तुरंत थाना बलौदा में इसकी शिकायत दर्ज कराई।
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तेजी से कार्रवाई की। पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला के निर्देशन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र कुमार जायसवाल के मार्गदर्शन में बलौदा थाना प्रभारी राजेश कुमार शाह ने अपने स्टाफ के साथ सायबर सेल की मदद ली। तफ्तीश के बाद आरोपी की पहचान दिनेश अजगल्ले के रूप में हुई, जिसे बिलासपुर से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया और उसे न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।
इस घटना ने एक बार फिर दिखाया कि कैसे अपराधी सरकारी अधिकारियों के नाम का गलत उपयोग कर लोगों को धोखा देने की कोशिश कर रहे हैं। सरपंच की सतर्कता से यह फर्जीवाड़ा समय पर पकड़ में आ गया, जिससे बड़ी धोखाधड़ी होने से बच गई। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
आम जनता से भी अपील की गई है कि किसी भी संदिग्ध फोन कॉल या ऐसे मामलों में तुरंत पुलिस को सूचित करें, ताकि इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।