कांकेर: जिले के नरहरपुर ब्लॉक के ग्राम किशनपुरी में गुरुवार को जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर का सफल आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्देश्य ग्रामीणों की समस्याओं का उनके गांव में ही समाधान करना और सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाना था। शिविर में विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों ने भाग लिया और ग्रामीणों की समस्याओं का निराकरण किया।
शिविर में कुल 149 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 131 आवेदनों का समाधान शिविर स्थल पर ही कर दिया गया। शेष 18 आवेदनों का निराकरण निर्धारित समय-सीमा के भीतर किया जाएगा। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने ग्रामीणों को अपने-अपने विभागों की योजनाओं की जानकारी दी और उन्हें इन योजनाओं का अधिकतम लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया।
शिविर में अधिकारियों की भागीदारी
मत्स्य कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष भरत मटियारा ने शिविर को संबोधित करते हुए राज्य शासन द्वारा ग्रामीणों की समस्याओं के त्वरित निराकरण के उद्देश्य से इस प्रकार के शिविरों के आयोजन को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का सपना है कि किसानों की आय दोगुनी हो। इसे साकार करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं, जिनके बारे में ग्रामीणों को जानकारी होनी चाहिए ताकि वे उनका लाभ उठा सकें। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे इन शिविरों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और योजनाओं की जानकारी प्राप्त करें।
जनपद पंचायत कांकेर के अध्यक्ष रामचरण कोर्राम ने भी शिविर में उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित किया और सरकार की योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि इन शिविरों के माध्यम से ग्रामीणों की समस्याओं का निराकरण करना सरकार की प्राथमिकता है।
शिविर में विभिन्न विभागों द्वारा समस्याओं का समाधान
शिविर में 18 गांवों से आए ग्रामीणों ने विभिन्न विभागों को अपनी समस्याओं से संबंधित आवेदन सौंपे। इनमें सबसे अधिक 50 आवेदन जनपद पंचायत नरहरपुर को प्राप्त हुए। राजस्व विभाग को 46 आवेदन और खाद्य विभाग को 25 आवेदन मिले। शिविर में पांच हितग्राहियों को मौके पर ही नए राशन कार्ड बनाकर प्रदान किए गए।
ग्रामीणों में शिविर के प्रति उत्साह
शिविर में ग्रामीणों का उत्साह देखते ही बनता था। उन्होंने बढ़-चढ़कर अपनी समस्याओं को अधिकारियों के समक्ष रखा और अधिकारियों ने भी गंभीरता से उनकी समस्याओं को सुना और त्वरित समाधान प्रदान किया। इस आयोजन ने ग्रामीणों के बीच सरकार और प्रशासन के प्रति विश्वास को और मजबूत किया है।
आवेदन निस्तारण में त्वरित कार्रवाई
शिविर के दौरान त्वरित कार्रवाई करते हुए अधिकारियों ने ज्यादातर समस्याओं का समाधान मौके पर ही किया। शेष बचे आवेदनों का समयबद्ध तरीके से निराकरण सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया गया है।
इस शिविर से ग्रामीणों को न केवल अपनी समस्याओं के समाधान का भरोसा मिला, बल्कि उन्हें सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी प्राप्त हुई, जिससे वे भविष्य में इन योजनाओं का लाभ उठा सकें। जिला प्रशासन की यह पहल ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी सेवाओं और योजनाओं को और अधिक सुलभ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।