रायपुर: रायपुर पुलिस ने एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया है जो नकली नोट छापने और धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम दे रहा था। विगत कुछ दिनों से रायपुर पुलिस को शिकायतें प्राप्त हो रही थीं कि एक गिरोह द्वारा रायपुर में जॉब दिलाने के नाम पर विभिन्न स्थानों पर कार्यालय संचालित कर लोगों को ठगी का शिकार बनाया जा रहा है।
शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एसीसीयू (आर्थिक अपराध शाखा) और थाना सिविल लाइन पुलिस की संयुक्त टीम ने आरोपियों के संबंध में लगातार सूचनाएं और जानकारी एकत्र की। इस दौरान पुलिस को पता चला कि ‘जॉब कन्सलटेंसी जॉब पैन इंडिया’ नामक एक कार्यालय पंडरी, रायपुर में संचालित हो रहा है, जो इस गिरोह का मुख्यालय है।
प्राप्त जानकारी के आधार पर थाना सिविल लाइन और एसीसीयू की संयुक्त टीम ने पंडरी स्थित इस कार्यालय पर छापा मारा। छापेमारी के समय कार्यालय बंद था, जिसके बाद विधिवत कार्यालय को खोलवाया गया। अंदर से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और लैपटॉप बरामद हुए, जिनमें गिरोह के संबंध में कई महत्वपूर्ण जानकारी मिलीं।
जांच के दौरान यह भी पता चला कि इस गिरोह का एक और ब्रांच अशोका रतन, रायपुर में स्थित है। पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए अशोका रतन स्थित इस कार्यालय पर भी दबिश दी। वहां से भी कई महत्वपूर्ण सुराग और दस्तावेज बरामद हुए, जो गिरोह की गतिविधियों का पर्दाफाश करने में सहायक सिद्ध होंगे।
रायपुर पुलिस के इस सफल ऑपरेशन ने शहर में फैले एक बड़े धोखाधड़ी और नकली नोट छापने वाले गिरोह का भंडाफोड़ कर दिया है। पुलिस ने बताया कि गिरोह के सदस्य लोगों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे पैसे ऐंठते थे और इसके साथ ही नकली नोटों का भी प्रचलन कर रहे थे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस संगठित गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए भी कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने जनता से अपील की है कि वे ऐसे धोखेबाजों से सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना पुलिस को दें।
रायपुर पुलिस की इस कार्रवाई से शहर में धोखाधड़ी और अपराधों पर अंकुश लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। पुलिस की तत्परता और संगठित प्रयासों की वजह से ऐसे गिरोहों के मंसूबों पर पानी फिर गया है, जो भोले-भाले लोगों को निशाना बनाते थे।