खैरागढ़। वन विभाग के खैरागढ़ और कवर्धा वन प्रभागों और छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व की अवैध शिकार विरोधी टीम के बीच एक सहयोगात्मक प्रयास में एक महत्वपूर्ण अभियान चलाया गया। संयुक्त टीम द्वारा अवैध वन्य जीव गतिविधियों में संलिप्त तीन व्यक्तियों को पकड़ा गया। इसके बाद, आरोपियों को वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9 के तहत खुज्जी जिला, खैरागढ़, छत्तीसगढ़ में प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया और बाद में उन्हें जेल भेज दिया गया।
हालाँकि विभिन्न स्वयं-सहायता संगठन वन्यजीव संरक्षण प्रयासों में लगातार योगदान दे रहे हैं, लेकिन चुनौतियाँ बनी रहती हैं, खासकर घने जंगलों में। वन्यजीवों को भोजन की आपूर्ति में वन विभाग द्वारा उठाए गए सक्रिय कदम शिकारियों के आत्मविश्वास को बढ़ाने में योगदान करते हैं। खैरागढ़ वन प्रभाग द्वारा रिपोर्ट की गई इस घटना में भालू की खाल की बरामदगी के साथ-साथ स्लॉथ भालू को लक्षित करने वाली अवैध गतिविधियों से जुड़े तीन व्यक्तियों की गिरफ्तारी भी शामिल थी। यह सफल ऑपरेशन वन्यजीव-संबंधी अपराधों से निपटने के लिए अधिकारियों के समर्पण को दर्शाता है और वन्यजीव संरक्षण कानूनों की सतर्कता और सख्त कार्यान्वयन की चल रही आवश्यकता को रेखांकित करता है।